
गुरसहायगंज कस्बे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत बनाए जा रहे रोडवेज बस अड्डे का निर्माण चार साल बीत जाने के बाद भी अधूरा है। बजट की कमी के कारण परियोजना की गति थम गई है, जिससे यात्रियों को अब तक कोई लाभ नहीं मिल सका है।
कस्बे के मुख्य चौराहे पर स्थित पुराने रोडवेज बस स्टॉप पर बसों के रुकने से अक्सर जाम की समस्या पैदा होती है। इससे निजात दिलाने के लिए मोहल्ला गोपाल नगर में नए रोडवेज बस स्टेशन के निर्माण की योजना बनाई गई थी। लगभग चार साल पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस परियोजना का वर्चुअल शिलान्यास किया था, और अधिकारियों ने इसे एक साल में पूरा करने का दावा किया था।
करीब 4 करोड़ की लागत से बनने वाले रोडवेज बस अड्डा शुरू में ही विवादों से घिरा रहा। जमीन पर सेना का अपना दावा होने के बाद कई महीने तक इसका काम बंद रहा। राजस्व विभाग की टीम ने कई बार पैमाइश की और इसके बाद जमीन संबंधी विवाद को सुलझाया लेकिन 4 साल बाद भी इसका निर्माण पूरा नहीं हो पाया जिसके चलते कस्बा और इससे आसपास जुड़े दर्जनों गांव के लोगों को बस अड्डे का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
निर्माण कर रहे ठेकेदार ने बताया कि बजट के अभाव के चलते काम रुका हुआ है। 1 साल से उसे बजट नहीं मिला है जिसके चलते काम की गति काफी धीमी हो गई है। सिर्फ लाइट और इंटरलॉकिंग का काम शेष है। काफी पैसा अपने पास से लगाया है लेकिन करीब 1 करोड़ रूपया अभी भी रिलीज नहीं हुआ है जिससे निर्माण पूरा नहीं हो पा रहा है।
बजट को लेकर जिलाधिकारी आशुतोष मोहन अग्निहोत्री और छिबरामऊ विधायक अर्चना पांडे ने भी अधिकारियों को पत्र लिखे हैं लेकिन अभी तक बजट उपलब्ध नहीं कराया गया है जिससे निर्माण अधूरा पड़ा हुआ है।लोगों का कहना है कि अभी तक बस अड्डे का निर्माण न हो अपने से उन्हें सड़क के किनारे सर्दी गर्मी और बरसात जैसे मौसम में खड़े होकर बस पकड़नी पड़ रही है।