संविदा नर्स पर कार्यवाही अधीक्षक को पड़ी भारी, शादी का वादा कर शरीरिक संबंध बनाने का दर्ज कराया मुकदमा

अयोध्या : महिला उत्पीड़न के तमाम फर्जी मामले प्रदेश में पाये जा रहे हैं जिसमें वास्तव में पुरुषों का उत्पीड़न हो रहा है अक्सर देखने को मिला है महिलाओं द्वारा ऐसे पुरुषों पर उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया जा रहा है जोकि अच्छे पदों पर तैनात हैं या ऐसे युवावों पर जिनके हिस्से में बड़ी प्रॉपर्टी है।

ऐसा ही एक मामला जनपद के थाना हैदरगंज में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रमवा में तैनात संविदा पर नियुक्त स्टॉफ नर्स द्वारा उसी सामुदायिक केंद्र पर तैनात अधीक्षक डॉ महिपाल सिंह के खिलाफ लगभग एक सप्ताह पूर्व दर्ज कराया गया जिसमें स्टॉफ नर्स द्वारा अधीक्षक डॉ महिपाल सिंह पर 2022 में शादी का झांसा देकर शरीरिक संबंध बनाना तथा गर्भपात कराना आदि शामिल है, लेकिन मामले पर गौर किया जाये तो महिला ज्योति वर्मा पहले से ही शादीशुदा है जिसने राहुल शर्मा से प्रेम विवाह किया है और वह एक बच्चे की माँ भी है ऐसे में स्टॉफ नर्स डॉ महिपाल के झांसे में क्यों आई और उसने क्यों उनके साथ शरीरिक संबंध बनाया जबकि वह पूर्व में ही किसी अन्य के साथ शादी के बंधनों में बँधी हुई है और एक बच्चे की माँ भी है।

इस मामले में जब अधीक्षक डॉ महिपाल से संपर्क साधा गया तो उनके द्वारा बताया गया उनके द्वारा स्टॉफ नर्स के खिलाफ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव कार्यों में लापरवाही बरतने के मामले में स्टॉफ नर्स ज्योति वर्मा के खिलाफ उच्चाधिकारियों को कार्यवाई व उसका एक माह का वेतन रोकने के लिए लिखा गया था, जिससे स्टॉफ नर्स नें बदला लेने की नियति से दिनांक 9 मई,, 2025 को मुख्यचिकित्सा अधिकारी अयोध्या के समक्ष प्रस्तुत होकर उनके खिलाफ पहले तो मौखिक शिकायत किया जिसके उपरांत डॉ महिपाल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रमवा से हटाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवगाँव का अधीक्षक बना दिया गया तथा स्टॉफ नर्स ज्योति वर्मा को रमवा स्वास्थ्य केंद्र से हटा कर सुनता स्वास्थ्य केंद्र से संबद्ध कर दिया गया, लेकिन सिर्फ एक दिन बाद ही 11 मई 2025 को स्टॉफ नर्स ज्योति वर्मा नें पत्र के माध्यम से मुख्यचिकित्सा अधिकारी अयोध्या को सूचित कराया कि चिकित्सा अधीक्षक डॉ महिपाल पर उसके द्वारा लगाये गये सभी आरोप निराधार व झूठे हैं उसने लिखित पत्र में स्वीकार किया कि स्टॉफ के ही कुछ लोगों व कुछ बाहरी लोगों के दबाव में उसने डॉ महिपाल पर झूठा आरोप लगाया था।

उपरोक्त प्रकरण की जानकारी मुख्यचिकित्सा अधिकारी अयोध्या को डॉ महिपाल सिंह द्वारा भी लिखित में दी गई थी! महिपाल सिंह नें बताया विगत 2 जुलाई 2025 को क्षेत्राधिकारी बीकापुर द्वारा उनको कार्यालय में आकर उपरोक्त मामले में बयान दर्ज कराने को कहा गया जिसके बाद वो वहां जाकर बयान भी दर्ज कराये।

उपरोक्त मामले पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ महिपाल सिंह नें भास्कर प्रतिनिधि को बताया कि स्टॉफ नर्स ज्योति वर्मा व उसके पति राहुल शर्मा द्वारा साजिस कर उनको जानबूझ कर फंसाया गया है उन्होंने कहा वह राजपत्रित अधिकारी हैं और अभी अविवाहित हैं तथा ज्योति वर्मा व उसका पति राहुल शर्मा एक दूसरे से तलाक लेने की बात बताकर उनको फंसाकर उनका शोषण करना चाह रहे हैं!
डॉ महिपाल अब जांच करवाकर तब कार्यवाई की गुहार लगा रहे हैं

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