
लखनऊ। इटौंजा थाना क्षेत्र में महिला को अश्लील हरकत करने का विरोध करना पड़ा भारी। दबंगों ने महिला रंजना साहू पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। महिला अभी जिंदगी और मौत के बीच अस्पताल में भर्ती है, केजीएमयू में उसका इलाज चल रहा है।
महिला का आरोप है कि एक सप्ताह पूर्व उसने थाना अध्यक्ष से मिलकर अपने साथ हुए अश्लील हरकत की शिकायत दी थी। थाना अध्यक्ष ने हल्का दरोगा को जांच सौंप दी, लेकिन हल्का दरोगा ने मामले को हल्के में लेकर बिना कार्रवाई के मामला निपटा दिया।
दबंगों ने पुलिस में शिकायत करने से नाराज़ होकर महिला के पति सहित पूरे परिवार की पिटाई कर दी। महिला ने आरोप लगाया है कि पुनीत रावत, लल्लू रावत, मीनू, पुनीत के साथ कई और लोगों ने हमला किया है। अभी तक इस मामले में कोई सुनवाई नहीं हुई है।
पीड़िता का बयान
पीड़िता ने कहा, “मैं पीड़िता रंजना साहू, ग्राम पंडितपुरवा, अरम्बा, जो भाजपा की होनहार कार्यकर्त्ता हूँ, जिसे आज दिनांक 10/07/25 रात को गाँव के ही दबंग पुनीत रावत, लल्लू रावत, मीनू रावत, पुनीत का लड़का, नाम अज्ञात 2-3 लोग अज्ञात, मुझ पीड़िता के घर पर हमला कर, पीड़िता पर बुरी तरह से ताबड़तोड़ हमला कर, मारपीट कर घायल कर दिया गया।
मुझे थाना इतुंजा में आज से पूर्व तीन बार शिकायत पत्र देकर, स्वयं SHO मार्कण्डेय यादव से मिलकर बताती थी कि पुनीत मुझसे छेड़खानी एवं अश्लील हरकतें करता है। SHO इतुंजा द्वारा हल्का दरोगा रमेश यादव को जांच सौंप दी, लेकिन दोनों ने सिर्फ आश्वासन देकर टाल दिया। उसी का नतीजा आज यह है कि मैं पीड़िता मौत के मुहाने पर खड़ी हूँ। मुझे न्याय मिले, लापरवाही बरतने में दोषी SHO मार्कण्डेय यादव एवं SI रमेश यादव पर कड़ी विभागीय कार्रवाई हो। मैं, पीड़िता, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से माँग करती हूँ कि मुझे न्याय मिले।
मैंने आज इस भयावह घटना के सुबह ही SHO इतुंजा से मिलकर प्रार्थना पत्र देकर आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आज रात 11 बजे, दोषियों द्वारा हमला किया गया कि मेरे खिलाफ शिकायत करोगी। थाने पर दो वर्षों से अधिक समय से तैनात ये दोनों कर्मचारी, इंस्पेक्टर मार्कण्डेय यादव एवं एसआई रमेश यादव, की घोर लापरवाही का नतीजा हैं। यदि समय पर दोषियों पर कार्रवाई होती, तो यह घटना नहीं होती। मेरे सिर से बह रहे हर एक खून की बूंद इंसाफ़ माँग रही है। योगी जी, मुझे न्याय दो। पुलिस आयुक्त महोदय, मुझे न्याय दो। यदि भविष्य में मेरी मौत होती है, तो उसके जिम्मेदार दोषी और SHO मार्कण्डेय यादव व एसआई रमेश यादव भी होंगे।”










