
Indian Nurse in Yaman : सुप्रीम कोर्ट ने यमन में भारतीय नर्स फांसी की सजा पाए केरल की नर्स निमिषा प्रिया के मामले में सुनवाई के लिए सहमति दे दी है। निमिषा पर अपने यमनी बिजनेस पार्टनर की हत्या का आरोप है, और इस मामले में भारत सरकार से कूटनीतिक प्रयास कर उसकी जान बचाने की मांग की गई है। कोर्ट इस मामले की सुनवाई 14 जुलाई को करेगा।
भारतीय नर्स निमिषा प्रिया सना जेल में बंद हैं
भारतीय नर्स निमिषा प्रिया, जो केरल के पलक्कड़ जिले की रहने वाली हैं, उन पर 2017 में अपने यमनी बिजनेस पार्टनर की हत्या का आरोप लगा था। इसके बाद, साल 2020 में उन्हें यमन की अदालत द्वारा मौत की सजा सुनाई गई। उनकी अंतिम अपील भी 2023 में खारिज हो गई है। वर्तमान में, वह यमन की राजधानी सना की जेल में बंद हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई के लिए अपनी सहमति दी है और यह सुनवाई 14 जुलाई को होगी। साथ ही, कोर्ट ने यह भी कहा है कि 16 जुलाई को निमिषा को फांसी दिए जाने का प्रावधान है, यदि उनकी रिहाई या राहत के लिए कोई कार्रवाई नहीं हुई।
याचिका में भारत सरकार से अनुरोध किया गया है कि वे कूटनीतिक रास्तों का इस्तेमाल कर निमिषा की जान बचाने के प्रयास करें। याचिका में कहा गया है कि इस गंभीर मानवीय एवं कानूनी मुद्दे पर प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि उसकी जान को खतरा न रहे।
यह मामला भारत और यमन के बीच कूटनीतिक स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है। भारत सरकार का कहना है कि वह इस मामले को गंभीरता से ले रही है और निमिषा की रिहाई के लिए हर संभव प्रयास करेगी। वहीं, मानवाधिकार संगठनों ने भी इस मामले में हस्तक्षेप की बात की है, क्योंकि यह जीवन और मृत्यु का मामला है।















