
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जो इंसानियत और मानवता की महान मिसाल पेश कर रहा है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि इंसान की सबसे बड़ी पहचान उसकी इंसानियत होती है, और जब वह बाकी रह जाती है, तभी वह एक इंसान के रूप में पहचाना जाता है।
यह मामला झारखंड के एक वन्यजीव केंद्र का है, जहां एक हथिनी अपने बच्चे को जन्म देने वाली है। उसी समय, एक लोको पायलट ने मानवीय संवेदनाओं का परिचय देते हुए अपनी ट्रेन को दो घंटे के लिए रोक दिया। ट्रेन जब पटरियों पर चल रही थी, तो सामान्यत: रफ्तार में होती है, और बिना जरूरी कारण के उसे रोकना जोखिम भरा होता है, क्योंकि इससे ट्रेन की समय सारिणी प्रभावित हो सकती है। लेकिन इस बार, इंसानियत का धर्म निभाते हुए, लोको पायलट ने हथिनी के बच्चे के जन्म के दौरान ट्रेन को रोकने का फैसला किया।
यह कदम न सिर्फ मानवता का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि आज भी इस दुनिया में इंसानियत की भावना जिंदा है। झारखंड के वन विभाग ने भी इस घटना में पूरा सहयोग दिया, और उन्होंने समय रहते हर संभव मदद की। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो को देखकर हर कोई तारीफ कर रहा है, और यह संदेश फैल रहा है कि जब इंसानियत सबसे ऊपर हो, तो कोई भी मुश्किल आसान हो जाती है।
वायरल वीडियो में एक दृश्य ऐसा भी है जिसमें ट्रेन पटरियों पर रुकी हुई है और एक व्यक्ति हथिनी पर लाइट मार रहा होता है, साथ ही वीडियो बना रहा होता है। इस दौरान अन्य लोग भी ट्रेन से उतरकर हथिनी की तस्वीरें और वीडियो बनाने लगते हैं। कुछ सेकंड बाद, रेलवे अधिकारी वहां पहुंचते हैं और लोगों को अंदर कर देते हैं, जिससे वीडियो का यह हिस्सा समाप्त हो जाता है।
दूसरे वीडियो में, हाथी अपने छोटे से बच्चे के साथ खेतों में जा रहा होता है, और यह दृश्य यह दर्शाता है कि प्रकृति की इस अनमोल कड़ी में भी नया जीवन आ चुका है। यह वीडियो और तस्वीरें देखकर इंटरनेट यूजर्स बेहद खुश हैं और अपने कमेंट्स के माध्यम से इस इंसानियत भरे कदम की प्रशंसा कर रहे हैं।