
कानपुर। कभी खुशी कभी ग़म, न तेरे हम, मेरे तुम, शहर के डीएम के लिए नाक का बाल बने कानपुर के सीएमओ रहे हरिदत्त नमी ने कानूनी दाव पेंच का ऐसा चक्रव्यूह रचा की शासन से लेकर कानपुर जिला प्रशासन तक सकते में आ गया साथ ही कानपुर सीएमओ आफिस में ये एक इतिहास बन गया जब एक साथ दो दो सीएमओ काम करने पहुंच गए।
एक तरह वर्तमान सीएमओ उदय नाथ की कुर्सी पर पूर्व सीएमओ विराजमान हुए तो उन्होंने भी बिना किसी लाग लपेट के बगल की कुर्सी पर विराजमान होकर फोन घनघनाना शुरू कर दिया। पूरे आफिस का माहौल ऐसा हुआ जैसे कोई सर्कस चल रहा हो। चकेरी थाने की फोर्स वर्तमान सीएमओ के साथ साया बनाकर डटी हुई है तो फाइनेंस कंट्रोल वंदना सिंह भी मौजूद थी।

बुधवार बना सीएमओ वार
सीएमओ उदय नाथ जब आफिस पहुंचे तो उनकी कुर्सी पर हरिदत्त निमी विराजमान थे। नजारा चौंकाने वाला था सो अफसर भी चौके। फिर दोनों अफसर अकेले में बीस मिनट तक बात की। सूत्रों के अनुसार हरिदत्त निमी ने हाईकोर्ट का आदेश दिखाते हुए कहा कि पोस्ट किए गए सीएमओ उद्यानाथ को भी पार्टी बनाया गया है इस लिहाज से फिलहाल मैं ही सीएमओ हूं यह सुनकर उदय नाथ उठाकर बगल के कमरे में जाकर बैठ गए है जहां पुलिस फोर्स भी तैनात कर दी गई।
क्या कहा पूर्व सीएमओ हरिदत्त निमी ने
कानपुर सीएमओ आफिस पहुंचे श्री निमी ने कहा कि सात जुलाई को हाईकोर्ट से स्टे हुआ है। मेरे सस्पेंशन पर भी और नए सीएमओ की ज्वाइनिंग पर भी। जब मुझे सस्पेंड किया गया तो मैं चार्ज पर था उस हिसाब से मेरी ज्वाइनिंग कानूनी रूप से यही होगी। नए सीएमओ का मामला शासन देखेगा।
साथ ही अनॉफिसियली जानकारी है कि जिस दिन सस्पेंशन हुआ उस दिन 12.41 मिनट पर नए सीएमओ को पोस्ट किया गया जबकि सस्पेंशन आर्डर 12.44 मिनट पर किया गया । यानी कि बिना मुझे पद से हटाए पोस्टिंग ही गलत हुई यही आधार हाईकोर्ट में स्टे का आधार भी बना।
खूब हुआ था विवाद
पूर्व सीएमओ रहे हरिदत्त निमी को लेकर जबर्दस्त विवाद हुआ था। ट्रांसफर, पोस्टिंग, शासन की योजनाओं में हीलाहवाली से लेकर डीएम को लेकर अपशब्दों के ऑडियो वायरल हुए थे। अब सीएमओ का ज्वाइनिंग होने के बाद पूरे शहर में अफरा तफरी मची हुआ है।