
बिहार में बुधवार को विपक्ष ने चुनाव आयोग के मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम के विरोध में बिहार बंद की घोषणा की है। इस बंद का समर्थन इमारत-ए-शरिया और सांसद पप्पू यादव जैसे नेता भी कर रहे हैं। पूरे बिहार में बंद का असर देखा जा रहा है, जिसमें सड़कें जाम और प्रदर्शन जारी हैं।
वैशाली में भी बंद का व्यापक प्रभाव दिखाई दे रहा है। राजद विधायक मुकेश रोशन के नेतृत्व में विपक्ष के कार्यकर्ता सड़क पर उतर गए हैं। उन्होंने पटना को उत्तर बिहार से जोड़ने वाले महात्मा गांधी सेतु को जाम कर दिया है, जिससे आवागमन बाधित हो गया है। लोग अपने गंतव्य तक पैदल ही पहुंच रहे हैं। विरोधियों ने टायर जलाकर आगजनी भी की और चुनाव आयोग के खिलाफ नारेबाजी की है।
मुजफ्फरपुर में भी विपक्ष ने बंद का आह्वान किया है। जीरो माइल चौक पर प्रदर्शनकारियों ने पटना-गया और मुजफ्फरपुर-दरभंगा हाईवे जाम कर दिया है। शहर के अन्य चौराहों पर भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। राजद कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि चुनाव आयोग द्वारा बिहार में मतदाता पुनरीक्षण गरीब, शोषित और वंचित वर्ग के वोटरों को मतदाता सूची से बाहर करने की साजिश है।
राजद नेताओं ने दरभंगा जंक्शन पर नमो भारत ट्रेन को रोक दिया है। भोलू यादव ने आरोप लगाया कि यह कार्य वोटरों को मतदाता सूची से बाहर करने की केंद्र की साजिश है और यदि उनकी मांगे नहीं मानी गईं, तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा।
पटना में भी विरोध प्रदर्शन और सड़क जाम की घटनाएं देखी गई हैं। मनेर, बिहटा जैसे इलाकों में नेताओं ने टायर जलाकर आगजनी की और प्रदर्शन किया। राजद और भाकपा माले के नेताओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा और मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और सड़क पर गाड़ियों की कतार लग गई।
महागठबंधन के नेताओं ने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने पूरे बिहार में विरोध प्रदर्शन किया है। बुधवार से ही राजद, कांग्रेस, वामदल और अन्य पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर गए हैं।
दरभंगा, भोजपुर, जहानाबाद जैसे जिलों में ट्रेनें रोकी गई हैं। दरभंगा में विपक्ष के कार्यकर्ताओं ने नमो भारत ट्रेन पर चढ़कर विरोध प्रदर्शन किया है। वहीं पटना, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, भागलपुर, गया समेत कई जिलों में सड़क जाम और आगजनी की घटनाएं हुई हैं। इस विरोध को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन तैनात है।










