
कानपुर देहात। इस दिल में क्या रखा है तेरा ही दर्द छुपा रखा है। इस गाने पर शराब की बोतल लेकर रील बनाने वाले डाक्टर साहब का रीयल लाइफ में दर्द बढ़ गया है। दरअसल डॉक्टर साहब रील बनाने के शौकीन हैं। एक शाम उन्होंने शराब की बोतल के साथ फिल्म ईमानदार के इस गीत पर रील बना डाली। डॉक्टर साहब बिल्कुल संजय दत्त बन गए। अब उनकी रील जैसे ही वायरल हुई उनके प्रशंसक तो तारीफ करने लगे लेकिन विभाग को ये कारनामा नागवार गुजरा। सरकारी सेवा आचरण नियमावली के खिलाफ मानते हुए सीएमओ ने तत्काल उन्हेंं सीएचसी अधीक्षक के हटा दिया।
रील बनाने का भूत लोगों सिर चढक़र बोल रहा है। कई लोग तो रील बनाने में अपने पद की गरिमा तक भूल जा रहे हैं। ऐसा ही मामला रसूलाबाद सीएचसी का सामने आया है। सोमवार को सीएचसी अधीक्षक डॉ पीयूष त्रिपाठी की एक रील वायरल हुई थी। जिसमें वह फिल्म ईमानदार की कुछ पंक्तियों पर शराब की बोतल लेकर संजय दत्त बने हैं। सीएचसी अधीक्षक होने के साथ उन पर स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर क्षेत्र की बड़ी जिम्मेदारी है। अधीक्षक पद की अपनी गरिमा है लेकिन साहब रील में पूरी तरह से शराबी का रोल कर रहे हैं। ये रील खूब वायरल हुई। जिस पर सोशल मीडिया में लोगों ने तरह तरह के कमेंट किए। विभाग की किरकिरी होने पर सीएमओ डॉ एके सिंह ने संज्ञान में लिया। उन्होंने डॉक्टर पीयूष त्रिपाठी को सीएचसी अधीक्षक पद से हटा दिया। उनकी तैनाती रंजीतपुर पीएचसी में बतौर वरिष्ठ परामर्शदाता कर दी। अब सोशल मीडिया में लोग कमेंट कर रहे हैं डॉक्टर साहब के दिल में छिपे दर्द का इलाज सीएमओ साहब ने कर दिया।
शराब के रंग का पानी कहा से लाए डाक्टर साहब
जिम्मेदार पद पर होने के बावजूद शराब के नशे की हालत वाली रील बनाने वाले डाक्टर पीयूष त्रिपाठी से इस बावत सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब दिया कि शराब की बोतल में पानी था। लेकिन बोतल के अंदर शराब के रंग का पानी कहां से लाए इसका जवाब उनके पास नहीं था। फिलहाल उनकी करतूत से विभाग के अफसर खफा हैं। सीएमओ ने खुद माना कि इस विवादित वीडियो से विभाग की छवि धूमिल हुई है। साथ ही अधीनस्थ कर्मचारियों पर विपरीत असर पड़ा है। इस तरह के कृत्य सरकारी सेवा आचरण नियमावली के खिलाफ हैं।
बयान-
रसूलाबाद सीएचसी अधीक्षक का एक विवादित वीडियो वायरल होने पर
उन्हें पद से हटा दिया गया है। फिलहाल उन्हें रंजीतपुर पीएचसी में परामर्शदाता के रुप में तैनाती दी गई है। मामले की जांच कराई जा रही है। प्रकरण में नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी।-डॉ एके सिंह, सीएमओ