
प्रयागराज: क्षेत्रीय विधायक राजमणि कोल के हस्तक्षेप के बाद शनिवार को शाम 8 बजे के आसपास आमरण अनशन और भूख हड़ताल में बैठे कुछ अधिवक्ताओं ने अपना अनशन समाप्त कर दिया। इस अचानक हुए फैसले से तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
विधायक राजमणि कोल ने अधिवक्ताओं के साथ वार्ता की और उन्हें समझौते के लिए राजी किया। उन्होंने अपने विवेक का परिचय देते हुए मामला शांत कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हालांकि, बार एसोसिएशन कोरांव की तरफ से इस अनशन के समर्थन में कोई सहमति नहीं थी। अधिकांश अधिवक्ता अपना कार्य सुचारु रूप से कर रहे थे और उन्हें इस तरह के अनशन से कोई लेना-देना नहीं था।

कुछ अधिवक्ताओं ने विधायक के साथ समझौता करने के बाद अपना अनशन समाप्त कर दिया, लेकिन अन्य अधिवक्ताओं की प्रतिक्रिया अलग है। उन्हें लगता है कि बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों की सहमति के बिना इस तरह का अनशन करना उचित नहीं था। अधिकांश अधिवक्ता एसडीएम आकांक्षा सिंह की निष्पक्ष निर्णय कार्य प्रणाली से खुश हैं। उन्हें लगता है कि एसडीएम की कार्य प्रणाली से लोगों को बिना भेदभाव के न्याय मिल रहा है। क्षेत्र के सम्मानित लोगों का भी मानना है कि ऐसे ही निष्पक्ष और न्यायप्रिय अधिकारियों की जरूरत है।
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