
अयोध्या। अयोध्या में एक ऐसा पल आया जब न्याय की गुहार लगाती एक महिला को आखिरकार प्रशासन से उम्मीद की किरण मिली। हैदरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम बैती कला, तहसील बीकापुर की निवासी कुसुम सिंह, स्वर्गीय पवन कुमार सिंह की पत्नी, अपनी जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण को रोकने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गईं। उनका यह कदम तब उठा जब न्यायालय का स्थगन आदेश (स्टे ऑर्डर) होने के बावजूद विपक्षी पक्ष द्वारा लगातार निर्माण कार्य जारी था और पुलिस से उन्हें कोई ठोस मदद मिल रही थी।

दोपहर करीब 2 बजे कुसुम सिंह के धरने पर बैठने की सूचना मिलते ही पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची और उन्हें समझाने का प्रयास किया। हालाँकि, न्याय पाने के अपने संकल्प पर अडिग कुसुम सिंह ने वहां से हटने से इनकार कर दिया। इसके बाद उन्हें सीधे जिलाधिकारी महोदय के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
जिलाधिकारी ने श्रीमती सिंह की शिकायत को अत्यंत गंभीरता से लिया। उन्होंने तत्काल एसडीएम बीकापुर से फोन पर वार्ता की और स्पष्ट निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने जोर देकर कहा कि जब जमीन पर न्यायालय का स्थगन आदेश है, तो संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी (एसओ) को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वहाँ किसी भी प्रकार का कोई कार्य न हो।
जिलाधिकारी के इस ठोस आश्वासन के बाद, कुसुम सिंह ने अपना धरना समाप्त कर दिया। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने राहत की सांस ली और कहा, “अब मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी जमीन पर कोई कार्य नहीं होगा और प्रशासन मेरी मदद करेगा।” यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि जब आम नागरिक सीधे अपनी बात अधिकारियों तक पहुंचाते हैं, तो उन्हें न्याय की उम्मीद बंधती है।