
Bihar Politics : बिहार में आगामी 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं, जिससे सियासी माहौल गरम हो गया है। इस बीच, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने बिहार की राजनीति में अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव को एक पत्र लिखा है। AIMIM का कहना है कि वह राज्य में सेक्युलर वोटों को बंटने से रोकने और सांप्रदायिक ताकतों के मुकाबले को मजबूत करने के मकसद से महागठबंधन में शामिल होना चाहता है।
यह पहली बार नहीं है जब AIMIM ने महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा जताई हो। पार्टी ने पहले भी इस दिशा में प्रयास किए थे, लेकिन वह सफल नहीं हो सके। अब फिर से AIMIM ने लालू प्रसाद यादव को पत्र लिखकर अपने इस इरादे का संकेत दिया है। पार्टी का तर्क है कि बिहार की राजनीति में उसकी भूमिका 2015 से सक्रिय रही है, और उसका प्रयास रहा है कि चुनाव के समय सेक्युलर वोट का बिखराव न हो।

बिहार में इस बार की चुनावी जंग मुख्य रूप से बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए और महागठबंधन के बीच देखने को मिल रही है। मतदाता सूची में बदलाव, जातीय समीकरण और क्षेत्रीय मुद्दों जैसे पहलुओं ने इस चुनावी माहौल को और भी गर्म कर दिया है। AIMIM का दावा है कि वह अपने कार्यकाल से ही राज्य की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और वह चाहती है कि आगामी चुनावों में सेक्युलर ताकतें मजबूत होकर मैदान में उतरें।
सियासी गलियारों में इस पत्र को लेकर उत्सुकता व्याप्त है और माना जा रहा है कि AIMIM का महागठबंधन में शामिल होना बिहार की चुनावी तस्वीर को नई दिशा दे सकता है। अभी तक लालू यादव या महागठबंधन की ओर से इस प्रस्ताव पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषक इस कदम को बिहार की जटिल चुनावी राजनीति में एक महत्वपूर्ण संकेत मान रहे हैं।