
मंडी, हिमाचल प्रदेश। मंडी जिले के गोहर उपमंडल के पंगल्यूर गांव में भारी बारिश के कारण ज्यूणी व शकोल खड्ड में आई भीषण बाढ़ ने तबाही मचा दी है। इस प्राकृतिक आपदा में दो परिवार बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं, जिनमें बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं। बाढ़ की तेज़ धार ने जीवन और सम्पत्तियों दोनों को नष्ट कर दिया है। ग्रामीणों ने सहायता का प्रयास किया, लेकिन बढ़ती तेज़ बाढ़ के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।
मामले के अनुसार, सोमवार देर रात को ज्यूणी व शकोल खड्ड के किनारे बसे झाबे राम और पदम सिंह के परिवार के सदस्य अपने-अपने घरों में थे। अचानक आई बाढ़ के कारण दोनों परिवार के लोग फंसे रह गए। घरों में फंसे लोग अपने बचाव के लिए मदद की गुहार लगाते रहे, “बचाओ… कोई तो बचा लो…” जैसी आवाजें लगाते हुए। लेकिन तेज़ बहाव ने किसी को भी मौके पर पहुंचने का मौका नहीं दिया।
झाबे राम का पूरा परिवार, जिसमें बुजुर्ग माता, पत्नी, बहू, बेटा और छोटे बच्चे शामिल थे, बाढ़ की तेज़ धार में बह गए। उनके घर का सारा सामान और जीवन का आधार डूब गया। वहीं, पदम सिंह और उनकी पत्नी भी इसी विकराल धारा में फंस गए। दो शव अभी तक बरामद किए गए हैं, जबकि राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
गोहर उपमंडल की स्यांज पंचायत के पंगल्यूर गांव में सोमवार रात प्रकृति का प्रकोप इतना भयावह था कि दो परिवारों का नामोनिशान मिट गया। ग्रामीणों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाए, लेकिन बाढ़ की तीव्रता के कारण वे भी असहाय साबित हुए। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम भी मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुटी है।
प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियों का पालन करने की अपील की है। आपदा के इस समय में राहत कार्य तेज करने के साथ ही प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने पर जोर दिया जा रहा है। गांव में राहत एवं बचाव कार्य जारी है, और अधिकारियों का आश्वासन है कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।