
भाषा विवि: डॉक्टर्स डे पर ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ में फार्मेसी संकाय द्वारा एक गरिमामय सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें चिकित्सा जगत की प्रतिष्ठित विभूतियों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए कुलपति प्रोफेसर अजय तनेजा द्वारा स्मृति चिन्ह तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। विश्वविद्यालय परिसर में एक निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों, कर्मचारियों और आम नागरिकों की स्वास्थ्य जांच की गई एवं उचित परामर्श प्रदान किया गया।
सम्मानित किए गए डॉक्टरों में प्रमुख रूप से प्रोफेसर राकेश कुमार दीक्षित, हेड, फार्माकोलॉजी एवं चिकित्साविज्ञान विभाग, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU), डॉ. मंजुलता वर्मा, अतिरिक्त प्रोफेसर, केजीएमयू, डॉ. निधि मित्तल, एम.डी., रेडियोलॉजिस्ट तथा डॉ. अमन प्रिया सिंह, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव, IMA-MSN इंडिया शामिल रहे।
कुलपति प्रो. अजय तनेजा ने कहा कि ये सभी चिकित्सक न केवल चिकित्सा क्षेत्र में अनुकरणीय सेवाएं दे रहे हैं, बल्कि समाज को भी स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि डॉक्टर केवल इलाज नहीं करते, बल्कि वे समाज की सेवा में संपूर्ण समर्पण का उदाहरण प्रस्तुत करते हैं।
उपस्थित छात्रों, शिक्षकों और गणमान्य व्यक्तियों ने तालियों के साथ इन डॉक्टरों का अभिनंदन किया।
सम्मान प्राप्त डॉक्टरों ने अपने वक्तव्यों में आयोजकों का आभार प्रकट किया और डॉक्टरों की सामाजिक जिम्मेदारियों पर विचार साझा किए। कार्यक्रम में प्रो. राकेश कुमार दीक्षित ने अपने वक्तव्य में कहा, फार्मासिस्ट स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की रीढ़ हैं। वे डॉक्टरों से पीछे नहीं, बल्कि उनके साथ खड़े हैं। दोनों मिलकर स्वास्थ्य सेवा को पूर्णता प्रदान करते हैं।” उनके इस कथन ने चिकित्सा एवं फार्मेसी के समन्वय की भावना को उजागर किया।
डॉ. मंजुलता वर्मा ने व्यायाम, मानसिक स्वास्थ्य, संतुलित आहार की महत्ता पर बल दिया। उन्होंने सामाजिक भलाई के लिए किसी के बारे में बुरा न बोलने की आदत को अपनाने की सलाह दी।
डॉ. निधि मित्तल ने अपने विचार साझा करते हुए क्षमा, सकारात्मक सोच और कृतज्ञता को जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि ये भावनाएं मानसिक शांति और सामाजिक सौहार्द के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
डॉ. अमन प्रिया सिंह ने IMA-MSN इंडिया के कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि संस्था कैंसर रोगियों की सहायता और समाज के समग्र उत्थान के लिए लगातार कार्य कर रही है।
यह समारोह न केवल डॉक्टर्स के प्रति सम्मान की अभिव्यक्ति था, बल्कि भावी पीढ़ी को सेवा भावना और समर्पण की प्रेरणा देने वाला एक प्रेरणादायक अवसर भी रहा।
कार्यक्रम का समापन डीन प्रोफेसर चंदना डे द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। निदेशक प्रोफेसर शालिनी त्रिपाठी ने सभी आमंत्रित अतिथियों, चिकित्सकों, आयोजन समिति और विश्वविद्यालय परिवार को सफल आयोजन हेतु धन्यवाद दिया।
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