
पटना। बापू सभागार में रविवार को राष्ट्रीय वैश्य महासभा द्वारा आयोजित वैश्य प्रतिनिधि सम्मेलन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने वैश्य समाज को नया बिहार बनाने के अभियान में भागीदारी निभाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “बनिया का मतलब होता है निर्माण करना, और बिहार के निर्माण में वैश्य समाज की अहम भूमिका होनी चाहिए।”
महागठबंधन को समर्थन का आग्रह
तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन में कहा कि यदि राज्य में महागठबंधन की सरकार बनती है, तो वैश्य समाज को उनका पूरा हक मिलेगा। उन्होंने वैश्य आयोग के गठन का वादा किया और कहा कि राज्य के हर प्रमुख बाजार में पुलिस पिकेट और सीसीटीवी लगाए जाएंगे ताकि व्यापारियों को सुरक्षा दी जा सके।
उन्होंने जोर देते हुए कहा, “वैश्य समाज के साथ कोई भी दुर्व्यवहार करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
वर्तमान सरकार पर तीखा हमला
तेजस्वी यादव ने राज्य की मौजूदा सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि, “बिहार आज गरीबी, बेरोजगारी और पलायन में देश में नंबर वन पर है।” तेजस्वी ने कहा कि सरकार अब थक चुकी है और राज्य रिटायर्ड अफसरों के भरोसे चल रहा है।
उन्होंने मतदाता सूची में नाम हटाने की साजिश का आरोप लगाते हुए कहा, “यह गरीबों, वंचितों और पिछड़ों के संवैधानिक अधिकार छीनने की साजिश है।”
वैश्य समाज से एकजुटता की अपील
सम्मेलन में राष्ट्रीय वैश्य महासभा के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री समीर महासेठ ने भी समाज को एकजुट होने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि, “56 उपजातियों में बंटने के बजाय हमें संगठित होकर वोट ट्रांसफर करना होगा, तभी हमारी राजनीतिक हैसियत मजबूत होगी।”
महासेठ ने भरोसा दिलाया कि महागठबंधन में वैश्य समाज को पूरा सम्मान और भागीदारी दी जाएगी।
सम्मेलन में प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर सांसद संजय यादव, विधायक रणविजय साहू, मंजू अग्रवाल, बिनोद जायसवाल, रितु जायसवाल, शक्ति सिंह यादव समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। सम्मेलन ने यह स्पष्ट संकेत दिया कि आने वाले विधानसभा चुनावों में वैश्य समाज की राजनीतिक भूमिका पर खास ध्यान दिया जाएगा।
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