
Railway Big Decisions: भारतीय रेलवे अब ट्रेनों के लिए अंतिम आरक्षण चार्ट प्रस्थान से आठ घंटे पहले तैयार करेगा, जो पहले चार घंटे था. यह बदलाव पारदर्शिता और यात्रियों की सुविधा को बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है. यह नई व्यवस्था फिलहाल पायलट आधार पर लागू की जा रही है.
रेलवे का मानना है कि इससे वेटिंग लिस्ट यात्रियों को ज्यादा समय मिलेगा ताकि वे विकल्प तलाश सकें. साथ ही, भारतीय रेलवे दिसंबर 2025 तक एक नई आधुनिक पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (PRS) लॉन्च करेगा, जिससे प्रति मिनट 1.5 लाख टिकट बुक किए जा सकेंगे, जो वर्तमान क्षमता 32,000 टिकट प्रति मिनट से करीब 5 गुना अधिक है.
तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार अनिवार्य
इसके अलावा, 1 जुलाई 2025 से IRCTC वेबसाइट के जरिए तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार प्रमाणीकरण अनिवार्य कर दिया गया है. 15 जुलाई से यह नियम ऑफलाइन बुकिंग और एजेंटों पर भी लागू होगा.
टिकट दलाली पर लगी रोक
टिकट दलाली पर रोक लगाने के लिए एजेंटों को तत्काल टिकट बुकिंग विंडो के पहले 30 मिनट तक बुकिंग करने से वंचित रखा जाएगा- AC के लिए सुबह 10:00 से 10:30 और Non-AC के लिए 11:00 से 11:30 बजे तक.
क्यों है ये बदलाव महत्वपूर्ण?
- यात्रियों के लिए: वेटलिस्ट में रह गए यात्रियों को पहले नोटिस मिल सकेगा, जिससे वे अपनी योजना बदल सकते हैं.
- गोपनीयता और सुरक्षा: आधार‑OTP बुकिंग प्रणाली द्वि-स्तरीय सत्यापन सुनिश्चित करती है.
- बोट और दलाली नियंत्रण: एजेंट प्रतिबंध तथा तकनीकी उपाय से असली यात्रियों को प्राथमिकता मिलेगी.
- भविष्य की तैयारी: तेज़ और भरोसेमंद PRS प्रणाली से बुकिंग प्रणाली आधुनिक बनेगी.