
Jalaun: जालौन के उरई पहुंची राज्य महिला आयोग की सदस्य अर्चना पटेल को एक बार फिर अधिकारियों की उपेक्षा का शिकार होना पड़ा। दरअसल राज्य महिला आयोग की सदस्य महिला जनसुनवाई कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची थीं। लेकिन उनके इस कार्यक्रम को जिले के किसी अधिकारी ने तवज्जो नहीं दी और न ही कोई अधिकारी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचा। जिससे महिला आयोग की सदस्य का पारा चढ़ गया और उन्होंने जनसुनाई का बहिष्कार करते हुए मामले की शिकायत सीएम से किये जाने की बात कही। वहीं गौरतलब हो कि इसी माह में राज्य महिला आयोग की सदस्य अधिकारियों की उपेक्षा का शिकार हो चुकी हैं। जहां घण्टों बैठने के। बाद भी उन्हें पानी के लिए भी किसी ने नहीं पूछा था। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था।
बतादें कि राज्य महिला आयोग की सदस्य अर्चना पटेल शनिवार को जालौन के जिला मुख्यालय उरई स्तिथ सर्किट हाउस पहुंची थीं। जहां उन्हें महिला जनसुनवाई करनी थी। लेकिन इस कार्यक्रम में न तो जिले का कोई अधिकारी पहुंचा न ही कोई महिला पीड़िता। यह देख महिला आयोग की सदस्य बिफर पड़ीं और उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को फोन लगाना शुरू कर दिया। लेकिन जिन-जिन अधिकारियों को उन्होंने फोन लगाया सभी कार्यक्रम से किनारा काटते हुए एक दूजे अधिकारी की गोद मे गेंद फेंकते नजर आए।
इतना ही नहीं जब उन्होंने जन सुनवाई के लिए विकास भवन सभागार अथवा कलेक्ट्रेट सभागार की मांग की तो उन्हें दोनो सभागार बुक होने का हवाला दिया गया। मामले के बाबत जब उन्होंने जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय से बात की तो उन्होंने दोनो सभागारा खाली होने व जनसुनवाई करने की बात कही।
मामले को लेकर राज्य महिला आयोग की सदस्य अर्चना पटेल ने कहा कि महिला जनसुनवाई के कार्यक्रम को जालौन जिले के अधिकारी तवज्जो नहीं दे रहे हैं।
उनका यह कार्यक्रम 25 जून को था। लेकिन अधिकारियों की उपेक्षा के चलते उन्होंने इसे 28 जून को स्थानांतरित किया था। वह ललितपुर से चलकर उरई पहुंच तक आ गईं लेकिन किसी अधिकारी ने कार्यक्रम में पहुंचने की जहमत तक नहीं उठाई। बल्कि सभी एकदूजे पर ठीकरा फोड़ते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम व पीएम के महत्वाकांक्षी इस कार्यक्रम को जिले अधिकारी तवज्जो नहीं दे रहे हैं। वह मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगीं।
गौरतलब हो कि बीती 16 जून को भी राज्य महिला आयोग की सदस्य जालौन के उरई सर्किट हाउस में पहुंचीं थीं जहां घण्टों बैठने के बाद भी किसी ने उन्हें पानी के किये भी नहीं पूंछा था। जिसकी शिकायत उन्होने सम्बंधित अधिकारी को फोन करके की थी। मामले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।
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