
Lucknow: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी प्रशासन के सहारे ज़मीनों पर कब्जा कर रही है, और गोरखपुर में तो “गोरखधंधा” चलाया जा रहा है।
अखिलेश ने कहा कि “जहां ज़मीन दिखती है, वहां बीजेपी कब्जा कर रही है।” उन्होंने इशारों-इशारों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, “गोरखपुर के सबसे बड़े पद पर बैठा कोई व्यक्ति निर्देश दे रहा है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने विरासत गलियारे पर भी सवाल उठाते हुए कहा, “जब सरकार का आख़िरी बजट है, तब विरासत का गलियारा बनवाया जा रहा है।” उन्होंने दिल्ली और लखनऊ की सरकारों पर तंज कसते हुए कहा कि “दिल्ली के आठ और यहां के बारह साल मिलाकर बीस साल हो गए, लेकिन न झांसी में मेट्रो बनी, न गोरखपुर में।”
अखिलेश ने दावा किया कि “गोरखपुर में डराकर नहीं, बाजार भाव से ज़मीन का मुआवजा मिलना चाहिए,” जबकि खुद की ज़मीन के मामले में भाजपा ने अधिकतम मुआवजा वसूला और वाहवाही भी लूटी।
उन्होंने अयोध्या और प्रयागराज में भाजपा की हार की ओर इशारा करते हुए कहा, “मथुरा और गोरखपुर का अगला नंबर है।”
सपा अध्यक्ष ने सिसोदिया कॉलेज में घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि “कई छात्रों को डिग्रियां नहीं मिली हैं, और वहां बड़ा घोटाला हुआ है।” उन्होंने गोरखपुर के डीएम और एसएसपी पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि “सपा सरकार आने पर इनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।”
बुलडोजर की राजनीति पर भी हमला बोलते हुए अखिलेश ने कहा, “कोर्ट भी कह रहा है कि बुलडोजर अन्याय का प्रतीक बन गया है। मेरे कार्यकर्ता इससे डरते नहीं।” उन्होंने गृह जनपद गोरखपुर को भाजपा का गढ़ नहीं, गोरखधंधे का अड्डा बताया और कहा कि सपा सरकार बनने पर “फर्जी विरासत गलियारे की जगह असली विकास” होगा।
अखिलेश यादव ने अंत में लखनऊ के कई तालाबों पर हो रहे कब्जों का मामला उठाया और कटाक्ष करते हुए कहा, “योगी जी को मैप देखना भी नहीं आता।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने एक बार फिर दिखा दिया कि 2027 की तैयारी में सपा सरकार भाजपा को सीधी चुनौती देने में कोई कसर नहीं छोड़ रही।
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