
वाराणसी जिले में कम नामांकन वाले परिषदीय विद्यालयों को अब अधिक बच्चों वाले नजदीकी स्कूलों के साथ जोड़ा जा रहा है। शिक्षा विभाग ने जिले के 77 ऐसे स्कूलों की पहचान की है, जहां छात्रों की संख्या 50 से कम है। इन विद्यालयों के बच्चों को बेहतर शैक्षिक माहौल और संसाधनों से युक्त स्कूलों में स्थानांतरित किया जा रहा है।
इस प्रक्रिया के तहत अब तक 31 विद्यालयों के छात्रों का सफलतापूर्वक स्थानांतरण किया जा चुका है। शेष विद्यालयों के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों से विस्तृत जानकारी मांगी गई है, जिससे आगे की प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके।
पेयरिंग के मानक भी तय
बेसिक शिक्षा विभाग के अनुसार, स्थानांतरित किए जा रहे बच्चों को उन्हीं की ग्राम सभा में मौजूद किसी अन्य स्कूल से जोड़ा जा रहा है, जो अधिकतम 500 मीटर से 1 किलोमीटर की दूरी पर हो। इससे बच्चों को आने-जाने में कोई परेशानी न हो।
साइकिल योजना भी तैयार
जिन बच्चों को थोड़ा ज्यादा दूरी तय करनी पड़ेगी, उनके लिए आने-जाने की सुविधा सुनिश्चित करने के मकसद से साइकिल उपलब्ध कराने की योजना पर भी काम चल रहा है। इसका मकसद यह है कि स्थानांतरण के कारण किसी भी बच्चे की पढ़ाई प्रभावित न हो और वे नियमित रूप से स्कूल पहुंच सकें।
प्रभारी बीएसए का बयान
प्रभारी बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि, “31 विद्यालयों के बच्चों का स्थानांतरण सफलतापूर्वक किया जा चुका है। शेष स्कूलों के लिए रिपोर्ट मंगाई गई है ताकि प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके।”
शिक्षा विभाग की यह पहल एक ओर जहां संसाधनों का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करेगी, वहीं दूसरी ओर बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बेहतर सुविधाएं भी मिलेंगी।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में मानसून से भारी बारिश का दौर, 5 जिलों में होगी मॉक ड्रिल, कई जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी