
कोलकाता। कोलकाता में इस साल जून माह की बारिश ने महीने के दो दिन शेष रहते ही पिछले वर्ष की पूरे जून माह की बारिश को पीछे छोड़ दिया है। इस साल एक जून से 27 जून के बीच शहर में 187.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि पिछले साल पूरे जून में कुल 143.2 मिमी बारिश हुई थी।
हालांकि अभी कोलकाता में सामान्य बारिश से 24 प्रतिशत की कमी बनी हुई है, लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि यह अंतर जल्द ही खत्म हो सकता है। 29 जून को बंगाल की खाड़ी के उत्तर भाग में एक चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है, जो 30 जून तक एक निम्न दबाव क्षेत्र में बदल सकता है। इसके प्रभाव से कोलकाता और दक्षिण बंगाल के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
शुक्रवार को शहरवासियों ने लगातार रातभर हुई बारिश और बादलों से ढके आसमान के साथ दिन की शुरुआत की। दिनभर रुक-रुक कर हल्की बारिश होती रही। इस दिन शहर में 42.7 मिमी बारिश हुई, जिससे अधिकतम तापमान गिरकर 29.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
दक्षिण बंगाल में अब तक सामान्य से अधिक बारिश हो चुकी है। 1 से 27 जून तक यहां 243.9 मिमी वर्षा हुई, जो सामान्य से 13% अधिक है। मौसम वैज्ञानिक सौरिष बंदोपाध्याय के अनुसार, “मानसून के 17 जून को आगमन के बाद से लगातार चक्रवाती परिसंचरण के कारण दक्षिण बंगाल और कोलकाता में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। कोलकाता में अधिकांशत: हल्की से मध्यम बारिश हुई है, लेकिन भारी बारिश आसपास के क्षेत्रों में हुई है।”
30 जून को कोलकाता, हावड़ा, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पुरुलिया, पूर्व और पश्चिम बर्दवान में 7 से 11 सेंटीमीटर तक की भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
गौरतलब है कि इस साल कोलकाता में मानसून देर से आया और सूखे शुरुआत के कारण जून की शुरुआत में शहर में 49 प्रतिशत और दक्षिण बंगाल में 67 प्रतिशत की बारिश की कमी दर्ज की गई थी। वर्ष 2014 से 2020 के बीच, कोलकाता में केवल 2018 में ही जून माह में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई थी।