
बलिया। जिले के एसपी रहे राजूबाबू सिंह मुख्यधारा की राजनीति की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। लखनऊ में बुधवार को समाजवादी पार्टी द्वारा छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती के अवसर पर सपा कार्यालय के राम मनोहर लोहिया सभागार में उनकी पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाक़ात चर्चा का विषय बन गई है।
सपा की सरकार के दौरान दस साल पहले राजूबाबू सिंह ने बलिया में बतौर एसपी करीब ढाई साल तक की सफल पारी खेली। लम्बे समय तक बलिया की कमान संभालने को लेकर तब कयास लगाए जाते थे कि राजूबाबू सिंह अखिलेश यादव के भरोसेमंद अफसरों में से एक हैं। बलिया के बाद विभिन्न जनपदों में एसपी रह कर सेवानिवृत्त हुए आईपीएस राजूबाबू सिंह अपनी शैली के चलते जनता के बीच काफी लोकप्रिय रहे। इस बीच लखनऊ में बुधवार शाम को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से उनकी पार्टी के मुख्यालय पर राजू बाबू सिंह की मुलाक़ात राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई। इस मुलाक़ात के बाद पूर्व आईपीएस राजूबाबू सिंह के समाजवादी पार्टी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं।
क्योंकि अवसर तो महज छत्रपति शाहू जी महाराज की जयंती का था, मगर जिस तरह से उन्हें महत्व दिया गया और कार्यक्रम में न सिर्फ राजूबाबू सिंह को बोलने का अवसर मिला, बल्कि अकेले में अखिलेश यादव ने मुलाक़ात भी की। इससे साफ संकेत मिलते हैं कि सपा में शामिल होना रिटायर्ड आईपीएस राजूबाबू सिंह के लिए बस औपचारिकता भर है।
इस सम्बन्ध में राजूबाबू सिंह ने फोन पर बताया कि मेरी मुलाक़ात समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाक़ात में कई मुद्दों पर बात हुई। उनका सुलझा हुआ व्यक्तित्व मुझे आकर्षित कर रहा है। देश और प्रदेश को ऐसे ही नेता की नितांत जरूरत है। उनके हाथों को मजबूत करना समय की मांग भी है।