सूरत में आफत की बारिश! चारों तरफ तबाही, सड़कें डूबी, स्कूल-कॉलेज बंद

गुजरात में इस बार मॉनसून ने प्रचंड कहर बरपाया है, जिससे राज्य में भारी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने भारी से बहुत भारी बारिश के कारण रेड अलर्ट जारी किया है, खासकर सूरत समेत कई जिलों में स्थिति भयावह हो गई है। प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, सड़कें नदियों में तब्दील हो गई हैं और पानी घरों में घुसने से लोग फंस गए हैं।

मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, सूरत शहर में बीते 24 घंटों में 346 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो पिछले सात वर्षों में एक दिन की सबसे अधिक बारिश है। इस भारी बरसात के कारण सड़कों का नदियों जैसी स्थिति हो गई है। सरथाना, गोडादरा जैसे इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है, जहां निचली मंजिलों में पानी भर चुका है। स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्य तेज कर दिए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटी हैं।

आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी

मौसम विभाग ने आज भी गुजरात के कई जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। सूरत, नवसारी, वलसाड, और अमरेली जैसे जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण मॉनसून और अधिक सक्रिय हो गया है, जिससे 28 जून तक राहत मिलने की उम्मीद कम दिखाई देती है। अहमदाबाद, वडोदरा, और गांधीनगर में मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है, वहीं सौराष्ट्र और कच्छ में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।

सूरत की सड़कें बनी नदियां, स्कूल-कॉलेज बंद

सूरत में हालात इतने खराब हैं कि रेलवे अंडरपास और हाइवे पर जलभराव के कारण यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है। कड़ोदरा और कामरेज जैसे इलाकों में वाहन पानी में डूब गए हैं, और नगरपालिका की टीमें लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने में लगी हुई हैं। प्रशासन ने शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया है और आम नागरिकों से घर में रहने की अपील की है। दुकानों में भी जलभराव के कारण सामान खरीदना मुश्किल हो गया है।

सूरत के अलावा, नवसारी, वलसाड, भावनगर, और अमरेली जिलों में भी भारी वर्षा ने तबाही मचाई है। तापी जिले के डोलवान में सात इंच और नवसारी के जलालपोर में पांच इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है। नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, और बांधों की निगरानी की जा रही है। अहमदाबाद में भी जलजमाव की खबरें मिल रही हैं, हालांकि स्थिति सूरत जितनी गंभीर नहीं है।

मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है, क्योंकि तेज हवाओं की वजह से समुद्र का तापमान 50-60 किमी/घंटा की रफ्तार से चल सकता है।

प्रशासन ने आपातकालीन व्यवस्था मजबूत की

गुजरात सरकार ने आपात स्थिति से निपटने के लिए कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय कर दिए हैं। स्वास्थ्य और बिजली विभागों को किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। साथ ही, लोगों से नदी-नालों के पास न जाने और सतर्क रहने की अपील की गई है।

मौसम विभाग के अनुसार, आगामी दो से तीन दिनों तक मॉनसून सक्रिय रहेगा। 26 से 28 जून तक सूरत, वलसाड, और नवसारी जिलों में भारी बारिश की संभावना है, जबकि अहमदाबाद और वडोदरा में मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है। तापमान 26 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहेगा, लेकिन उच्च आर्द्रता के कारण उमस भी बनी रहेगी।

राज्य में भारी बारिश के चलते लोगों को सतर्क रहने और प्रशासन की ओर से जारी निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जा रही है।

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