
इटावा जिले के बकेवर थाना क्षेत्र में कथावाचकों से बदसलूकी का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। ताजा अपडेट के मुताबिक, जहां इस घटना में चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, वहीं अब दोनों कथावाचकों मुकुटमणि यादव और संत सिंह यादव के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
इन पर फर्जी आधार कार्ड बनाने और जाति छुपाकर कथावाचन करने का आरोप है। पुलिस को जांच के दौरान दोनों के पास से संदिग्ध आधार कार्ड मिले, जिनमें कथित तौर पर उनके नाम के साथ ‘अग्निहोत्री’ लिखा हुआ था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अब इनके खिलाफ भी धोखाधड़ी और जालसाजी का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

ग्रामीणों से जाति को लेकर हुई पूछताछ, वीडियो वायरल
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें ग्रामीण कथावाचकों से उनकी जाति को लेकर सवाल कर रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि ग्रामीण पूछते हैं, “महाराज जी, आप कौन जाति से हैं?” लेकिन कथावाचक तुरंत जवाब नहीं देते, जिससे ग्रामीणों को संदेह होता है।
बाद में जब कथावाचकों ने किसी तरह अपनी जाति बताई, तो ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अगर पहले ही सच बता देते तो ये विवाद नहीं होता। ग्रामीणों का आरोप है कि कथावाचकों ने खुद को ब्राह्मण बताया था और यही वजह है कि उन्हें मंच पर बैठाकर भागवत कथा करवाई गई।
घटना के बाद सामने आए कई वीडियो
घटना से जुड़े एक और वीडियो में कथित तौर पर देखा जा सकता है कि ग्रामीण कथावाचकों की चोटी काटते और सिर मुंडवाते नजर आ रहे हैं। यह घटना 21 जून को इटावा के दांदरपुर गांव में हुई थी, जब कथावाचक वहां भागवत कथा सुनाने पहुंचे थे।
जातिगत पहचान छिपाने के आरोप में ग्रामीणों ने कथावाचकों के साथ बदसलूकी की, उनके बाल काटे और सिर मुंडवा दिया, जिसका वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार ग्रामीणों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
महिला ने लगाए छेड़छाड़ के आरोप
इस पूरे विवाद में एक नया मोड़ तब आया जब एक महिला ने कथावाचकों पर छेड़छाड़ का आरोप भी लगा दिया। महिला की शिकायत पर पुलिस ने अलग से जांच शुरू कर दी है।
प्रशासन की कार्रवाई
पुलिस का कहना है कि मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है। अब जब कथावाचकों के खिलाफ भी फर्जी दस्तावेज और जाति छुपाने जैसे गंभीर आरोप सामने आए हैं, तो इन पर भी कानूनी कार्रवाई होगी।
फिलहाल, बकेवर थाना पुलिस दोनों पक्षों की शिकायतों और सबूतों के आधार पर जांच में जुटी है और जल्द ही इस विवाद में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
