
भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए पहले टेस्ट में शानदार शतक लगाने वाले यशस्वी जायसवाल एक ओर जहां अपनी बल्लेबाज़ी के लिए सुर्खियों में रहे, वहीं दूसरी ओर उनकी फील्डिंग पर कई सवाल खड़े हो गए। इस मैच में उन्होंने कुल चार अहम कैच छोड़े—तीन पहली पारी में और एक दूसरी पारी में—जिसका सीधा असर मैच के परिणाम पर पड़ा। इन ड्रॉप कैचों के चलते भारत को जीत की बजाय हार का सामना करना पड़ा।
यशस्वी से छूटे चार अहम कैच
- पहली पारी में यशस्वी ने ओली पोप, बेन डकेट और हैरी ब्रूक जैसे बड़े बल्लेबाज़ों के कैच छोड़ दिए, जिन्होंने इंग्लैंड को भारत के स्कोर के करीब पहुंचा दिया।
- दूसरी पारी में बेन डकेट का कैच उन्होंने तब गिराया जब वह 97 रन पर थे। इसके बाद डकेट ने 149 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली।
अगर ये कैच पकड़े गए होते, तो भारत के लिए मैच की तस्वीर कुछ और ही हो सकती थी।
मोहम्मद कैफ ने बताया कैच छोड़ने का कारण
भारत के पूर्व क्रिकेटर और शानदार फील्डर रहे मोहम्मद कैफ ने यशस्वी जायसवाल के फील्डिंग प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने तकनीकी वजह बताते हुए कहा:
“हम खराब गेंदबाज़ी के बावजूद भी मैच जीत सकते थे, अगर यशस्वी वे कैच पकड़ लेते। इंग्लैंड में ठंड बहुत ज्यादा होती है और ऐसे में गेंद हाथ में जोर से लगती है। इसलिए कई फील्डर्स हाथों में टेप या पट्टी बांधते हैं।”
कैफ ने बताया कि जब फील्डर हाथ में टेप या पट्टी बांधता है, तो उसके हाथ पूरी तरह खुल नहीं पाते और गेंद जब टेप पर लगती है तो अक्सर हाथ से फिसल जाती है।
“यशस्वी ने भी फील्डिंग के दौरान हाथों में पट्टियाँ बांधी हुई थीं, इसी कारण उनके लिए कैच पकड़ना मुश्किल हो गया।”
मैच के दौरान यशस्वी के व्यवहार पर भी उठे सवाल
जब मैच लगभग इंग्लैंड की झोली में जा चुका था, तब बाउंड्री लाइन पर यशस्वी जायसवाल मस्ती करते, हँसते और डांस मूव्स करते हुए नजर आए। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि वे ऐसा दर्शकों की चिढ़ाने की प्रतिक्रिया में कर रहे थे, लेकिन सोशल मीडिया पर उनके इस व्यवहार की काफी आलोचना हुई।