
- परिजनों को मिलेगी 5 लाख की सहायता राशि – वन विभाग
लखीमपुर खीरी। खीरी जनपद में लगातार सामने आ रहे मानव-वन्यजीव संघर्ष के मामलों में एक और दर्दनाक कड़ी जुड़ गई। सोमवार को मैलानी थाना क्षेत्र के कुकरा गांव में बाघ के हमले में घायल हुए 12 वर्षीय बालक प्रदीप कुमार की मंगलवार को लखनऊ के केजीएमयू (किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी) में इलाज के दौरान मौत हो गई। यह जानकारी क्षेत्रीय वन अधिकारी संजीव तिवारी ने दी।
खेत में घास काटते समय हुआ था हमला
प्रदीप कुमार पुत्र मोहनलाल सोमवार दोपहर खेत में घास लेने गया था, तभी झाड़ियों में छिपे एक बाघ ने उस पर हमला कर दिया। बालक की चीख-पुकार सुनकर आसपास मौजूद ग्रामीणों ने शोर मचाया, जिससे बाघ मौके से भाग गया। ग्रामीणों की तत्परता से उस समय बालक की जान तो बच गई, लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो गया था।
जिला अस्पताल से लखनऊ रेफर, फिर नहीं बच सकी जान
प्रदीप को पहले बांकेगंज सीएचसी ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर किया गया। वहां से उसे लखनऊ के केजीएमयू भेजा गया, लेकिन मंगलवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
वन विभाग देगा आर्थिक सहायता
क्षेत्रीय वन अधिकारी संजीव तिवारी ने पुष्टि की कि बालक के इलाज को लेकर तत्काल कुछ आर्थिक मदद की गई थी। बालक को बचाने का पूरा प्रयास किया गया लेकिन प्रयास असफल रहा। वन विभाग द्वारा उसके परिजनों को ₹5 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि विभाग लगातार ऐसे घटनाक्रमों पर निगरानी बनाए हुए है और संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है।
वन विभाग की अपील और सतर्कता
संजीव तिवारी ने ग्रामीणों से अपील की है कि खेतों या जंगल के आसपास जाने से पहले सावधानी बरतें और अकेले न जाएं। विभाग ने संवेदनशील इलाकों में अलर्ट जारी कर रात्रि गश्त व पेट्रोलिंग बढ़ा दी है। साथ ही, कैमरा ट्रैप और पिंजरे लगाने की भी तैयारी की जा रही है ताकि बाघ की गतिविधियों की निगरानी की जा सके।