अलर्ट : कतर में ईरानी हमले के बाद हड़कंप, भारतीय दूतावास ने जारी की एडवाइजरी

कतर में ईरान के मिसाइल हमले के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल है. इस हमले ने ना सिर्फ खाड़ी देशों को हिला दिया है, बल्कि भारत के लिए भी चिंता की वजह बन गया है. कतर में लगभग 7 लाख भारतीय नागरिक रहते हैं, जो वहां की कुल विदेशी आबादी में सबसे बड़ा समुदाय है. ऐसे में हमले के बाद उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई जा रही है.

भारतीय दूतावास ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भारतीय समुदाय के लिए एक अहम संदेश जारी किया है. दूतावास ने भारतीयों से अपील की है कि वे सतर्क रहें, घरों के भीतर ही रहें और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन करें. 

कतर में सबसे बड़ी विदेशी आबादी हैं भारतीय

कतर में करीब 7 लाख भारतीय नागरिक बसे हुए हैं, जो किसी भी विदेशी समुदाय के मुकाबले सबसे ज्यादा हैं. ये भारतीय चिकित्सा, इंजीनियरिंग, शिक्षा, बैंकिंग, व्यवसाय और निर्माण जैसे क्षेत्रों में काम कर रहे हैं. लंबे समय से कतर और भारत के संबंध मजबूत रहे हैं, लेकिन मौजूदा हालात ने दोनों देशों के बीच आपसी समन्वय और नागरिक सुरक्षा को एक नई चुनौती के रूप में खड़ा कर दिया है.

ईरान का दावा – अमेरिकी बेस पर हमला

ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड (IRGC) ने दावा किया है कि उसने कतर स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे ‘अल-उदीद एयर बेस’ पर मिसाइल हमला किया है. IRGC का कहना है कि यह हमला अमेरिका द्वारा ईरानी परमाणु ठिकानों पर की गई कार्रवाई के जवाब में किया गया है. बयान में ईरान ने स्पष्ट कहा कि यदि भविष्य में उसकी संप्रभुता पर कोई भी हमला हुआ, तो उसका जवाब पहले से कहीं ज्यादा तीव्र होगा.

कतर का पलटवार – संप्रभुता का उल्लंघन

ईरान के हमले को लेकर कतर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. कतरी सरकार ने इसे अपनी संप्रभुता पर सीधा हमला बताया है और कहा है कि वह इसका उत्तर देने का अधिकार अपने पास सुरक्षित रखती है. इस बयान से संकेत मिलते हैं कि आने वाले दिनों में खाड़ी क्षेत्र में तनाव और गहरा सकता है.

भारतीय दूतावास ने जारी की एडवाइजरी

हमले के तुरंत बाद दोहा स्थित भारतीय दूतावास ने एक नोटिस जारी करते हुए कहा, “मौजूदा स्थिति को देखते हुए कतर में भारतीय समुदाय से सतर्क रहने और घर के अंदर रहने का आग्रह किया जाता है. कृपया शांत रहें और कतरी अधिकारियों द्वारा दिए गए स्थानीय समाचारों, निर्देशों और मार्गदर्शन का पालन करें. दूतावास हमारे सोशल मीडिया चैनलों के माध्यम से भी अपडेट करता रहेगा.”

भारत की विदेश नीति पर भी दबाव

कतर और ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने भारत की कूटनीति के लिए भी चुनौती खड़ी कर दी है. भारत को एक ओर अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी है, तो दूसरी ओर दोनों खाड़ी देशों के साथ अपने रणनीतिक और आर्थिक संबंधों को भी संतुलन में रखना है. ऐसे में भारत की अगली रणनीति पर सबकी नजरें टिकी हैं.

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