इटावा के दादरपुर गांव में धर्म और जाति की आड़ में हुई अमानवीयता ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है. कानपुर के रहने वाले कथावाचक मुकुट मणि सिंह यादव के साथ सिर्फ इसलिए बर्बरता की गई क्योंकि वो ब्राह्मण नहीं, यादव जाति से हैं. कथित रूप से भागवत कथा के दौरान उनकी चोटी काटी गई, सिर मुंडवाया गया और महिला के पैरों में नाक रगड़वाई गई. इसके बाद महिला का मूत्र मेरे ऊपर छिड़का और कहा कि अब पवित्र हो गए तुम.
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ गया है. पीड़ित ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है. सपा सांसद ने भी पीड़ित का साथ देते हुए पुलिस प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
ब्राह्मण का मूत्र पा गए अब तुम पवित्र…
वीडियो में संत सिंह यादव कहता है कि ये लोग मेरे घर का नंबर लिए और फिर मेरे बेटे को कॉल किया उसका नाम आ गया राजा तो फिर इसके बाद इन लोगों ने मुझे मारना शुरू कर दिया और बोले कि साले यादव- चमार होकर भागवत करते हो फिर इसके बाद पूरी रात टॉर्चर फिर जिनके यहां भागवत करने आए थे. वीडियो में शख्स बताता है मैं पहले शिक्षक था और स्कूल में पढ़ाता था लेकिन मोदी सरकार की वजह से प्राइवेट स्कूल बंद हो गई फिर मैं भागवत करने करने लगा.
इसके बाद हमारे बाल काट दिए और परिक्षित के घर वाले से बोले भाभी मूत्र लाओ फिर मेरे सिर पर छिड़का और कहा कि अब तुम पवित्र हो गए. ब्राह्मण का मूत्र पा गए अब तुम बताओ, वीडियो में आगे शख्स बताता है कि मैं कथावाचक नहीं सहायक आचार्य बन के गया था. वीडियो में आगे बताता है कि कथावाचक मुकुट मणि थे.
क्या है पूरा मामला?
22 जून को इटावा जिले के बकेवर थाना क्षेत्र के दादरपुर गांव में भागवत कथा चल रही थी. कानपुर निवासी कथावाचक मुकुट मणि सिंह यादव ने बताया कि उन्हें गांव के ही पप्पू बाबा ने कथा के लिए 21 से 27 जून तक बुक किया था. लेकिन पहले ही दिन रात को भोजन करते समय पप्पू बाबा ने उनसे उनकी जाति पूछी.
कथावाचक का मुंडन, नाक रगड़वाना, ज़लील करना. वजह कि ये भागवत कथा वाचक 'यादव' यानी पिछड़ी जाति का है. ये सिर्फ़ एक आदमी का अपमान नहीं, पूरे पिछड़े समाज को नीचा दिखाने की साज़िश है. यूपी के इटावा की इस घटना की ही तरह बीते दिनों मध्य प्रदेश के जबलपुर से देविका पटेल को भी अपमानित किया… pic.twitter.com/K91isAjNGz
— Dr. Laxman Yadav (@DrLaxman_Yadav) June 23, 2025
जैसे ही मुकुट मणि ने बताया कि वह यादव हैं, पप्पू बाबा ने कथित रूप से उन पर “दलित” होने का आरोप लगाते हुए कहा. ‘ब्राह्मणों के गांव में कथा करने की हिम्मत कैसे की?” मुकुट मणि के अनुसार, पप्पू बाबा के साथ अतुल, मनीष, डीलर और करीब 50 अन्य लोगों ने उन्हें लात-घूंसे, चप्पलों और जूतों से पीटा. गांव के बीच चौराहे पर जबरन उनका सिर मुंडवाया गया और एक महिला (परीक्षित) के पैरों में नाक रगड़वाई गई. बच्चों और बड़ों के जूतों पर सिर रखकर उनसे माफी मंगवाई गई.
धमकी और लूटपाट भी
पीड़ित ने बताया कि उनके साथ आए दूसरे व्यक्ति का भी सिर मुंडवाया गया, हारमोनियम तोड़ा गया और उनकी साइकिल का पंप जबरन गाड़ी में लगाने को कहा गया. साथ ही, 25 हजार रुपये नकद और एक सोने की चेन भी छीन ली गई। सारा सामान अभी भी आरोपियों के कब्जे में है.
नाम : संत सिंह यादव
काम : भागवत कथा कराना ।
अपराध : गैर ब्राह्मण होकर भागवत कथा करना ।
सजा : भागवत कथा करने पर मुंडन किया गया और एक महिला के मूत्र का छिड़काव सर किया गया पवित्र करने के लिए।
मूल निवास : कानपुर , वर्तमान दानरपुर। pic.twitter.com/45lIYdQOzs
— खुरपेंच Satire (@Khurpench_) June 23, 2025
FIR और पुलिस की प्रतिक्रिया
सोमवार को पीड़ित सपा सांसद जितेंद्र दोहरे के साथ एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव से मिलने पहुंचे. SSP ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल FIR दर्ज करने और आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए. पप्पू बाबा, मनीष, अतुल, डीलर सहित 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.
SSP श्रीवास्तव ने कहा, ‘इस प्रकार की घटना किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी. सपा सांसद जितेंद्र दोहरे बोले, “यह सिर्फ जातीय नहीं, बल्कि धार्मिक अमानवीयता है. अगर कार्रवाई नहीं हुई तो समाजवादी पार्टी संसद में आवाज उठाएगी.’