
स्पेन में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक 70 वर्षीय मधुमक्खी पालक (बीकीपर) ने ट्रैफिक चालान से बचने के लिए ट्रैफिक पुलिसकर्मियों पर अपनी मधुमक्खियों का हमला करवा दिया। यह विचित्र घटना कातालोनिया प्रांत के छोटे शहर सेर्वेरा में हुई, जहां शुक्रवार को पुलिस ने सीट बेल्ट न लगाने और संदिग्ध ड्राइविंग के चलते एक वैन को रोका था।
जब पुलिस ने रोका वाहन…
स्थानीय पुलिस की गश्ती टीम ने देखा कि एक शख्स सीट बेल्ट के बिना वैन चला रहा है और उसकी गाड़ी चलाने का तरीका असामान्य लग रहा है। संदेह होने पर पुलिस ने उसे रोक लिया और ब्रेथ एनालाइज़र टेस्ट की मांग की। शुरुआती जांच में उसके शरीर में 0.38 मिलीग्राम/लीटर अल्कोहल की मात्रा पाई गई, जो तय सीमा से ज्यादा थी। जब दोबारा परीक्षण की बात आई, तो वह शख्स उग्र हो गया और पुलिस से उलझने लगा।
गुस्से में खोला मधुमक्खियों का छत्ता
बात सिर्फ बहस तक सीमित नहीं रही। वैन का दरवाजा खोलते ही बीकीपर ने अपनी पालित मधुमक्खियों का छत्ता बाहर निकाल दिया, जिससे हजारों मधुमक्खियां पुलिसकर्मियों पर टूट पड़ीं। अफरातफरी में पुलिसकर्मियों को पास के एक रेस्टोरेंट में भागकर शरण लेनी पड़ी। इस हमले में दो पुलिसकर्मियों को मधुमक्खियों ने कई जगह काट लिया, जबकि आरोपी मौके से वैन समेत फरार हो गया।
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
कुछ देर बाद पुलिस की दूसरी टीम मौके पर पहुंची और रेस्टोरेंट में छिपे पुलिसकर्मियों को बचाया। घटनास्थल से भागे आरोपी को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के बाद कुछ घंटों के भीतर उसे जमानत पर छोड़ दिया गया।
अब तक क्या कार्रवाई हुई?
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपी को कथित ‘हमले’ के गंभीर आरोपों से मुक्त कर दिया गया है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। अब यह चर्चा का विषय बन गया है कि आखिर आरोपी पर क्या कार्रवाई की गई – क्या केवल जुर्माना लगाकर छोड़ दिया गया या उसे चेतावनी देकर मुक्त किया गया?
ट्रैफिक नियम उल्लंघन में नया मोड़
आमतौर पर चालान से बचने के लिए लोग बहस करते हैं या जान-पहचान की धमकी देते हैं, लेकिन यह मामला सभी से अलग है। मधुमक्खियों का उपयोग एक तरह के “हथियार” की तरह किया गया, जिससे यह घटना एक अलग कानूनी और नैतिक बहस को जन्म देती है।