
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर जनता दर्शन का आयोजन किया, जहां प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए 65 से अधिक पीड़ितों की समस्याएं उन्होंने खुद सुनीं। मुख्यमंत्री ने हर व्यक्ति से व्यक्तिगत रूप से मिलकर न केवल उनका दुख-दर्द जाना, बल्कि हर प्रार्थना पत्र को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश भी दिए।
जनता को दिया भरोसा – हर समस्या में सरकार आपके साथ
मुख्यमंत्री योगी ने स्पष्ट किया कि, “उत्तर प्रदेश के हर नागरिक की सेवा, सुरक्षा और सम्मान सरकार की पहली प्राथमिकता है। बीते आठ वर्षों से हमारी सरकार इसी मूल उद्देश्य पर काम कर रही है।” उन्होंने पीड़ितों को आश्वस्त करते हुए कहा कि कोई भी फरियादी अकेला नहीं है, राज्य सरकार हर जरूरतमंद के साथ खड़ी है।

पुलिस, राजस्व, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़े मामले आए सामने
जनता दर्शन के दौरान विभिन्न विभागों से जुड़ी शिकायतें सामने आईं, जिनमें पुलिस, राजस्व, चिकित्सा सहायता, शिक्षा, आवास, आंगनबाड़ी और ज़मीन कब्जे से संबंधित मामले प्रमुख रहे। मुख्यमंत्री ने सभी प्रार्थना पत्रों को संबंधित विभागीय अधिकारियों को संदर्भित करते हुए स्पष्ट आदेश दिए कि हर शिकायत का समाधान त्वरित, पारदर्शी और संतोषजनक होना चाहिए।
उन्होंने दो टूक कहा कि, “जनता की समस्याओं को लेकर किसी भी स्तर पर हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
बच्चों को दिया स्नेह और चॉकलेट
जनता दर्शन में आए बच्चों के साथ मुख्यमंत्री ने आत्मीयता से बातचीत की। उन्होंने बच्चों से उनकी पढ़ाई-लिखाई के बारे में पूछा और उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने बच्चों को चॉकलेट और टॉफी देकर उनका मन भी बहलाया, जिससे माहौल और भी सौहार्दपूर्ण हो गया।