
हर साल की तरह पुरी की ऐतिहासिक और भव्य जगन्नाथ रथ यात्रा इस बार 27 जून 2025 को आयोजित की जाएगी। रथ यात्रा सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि ओडिशा की संस्कृति, परंपरा और विरासत का एक जीवंत उत्सव है। रथ यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालु और पर्यटक पुरी पहुंचते हैं। अगर आप भी इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने जा रहे हैं, तो यह सुनहरा मौका है पुरी और इसके आसपास के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों की भी सैर करने का।
यहां हम आपको बता रहे हैं रथ यात्रा के दौरान पुरी के पास घूमने लायक 5 खास जगहों के बारे में, जो आपकी यात्रा को और भी खास बना देंगी:
1. कोणार्क का सूर्य मंदिर (Sun Temple, Konark)
- दूरी: पुरी से लगभग 35 किमी
- विशेषता: यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट
- क्या देखें: रथ के आकार में बना यह मंदिर सूर्य देवता को समर्पित है। इसकी अद्भुत स्थापत्य कला और भित्तिचित्र इसे विश्वभर में प्रसिद्ध बनाते हैं।
- यात्रा टिप: सूरज की पहली किरण जब मंदिर पर पड़ती है, वह दृश्य देखने लायक होता है।
2. चिल्का झील (Chilika Lake)
- दूरी: पुरी से लगभग 50 किमी
- विशेषता: एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील
- क्या करें: बोटिंग, डॉल्फिन देखने, पक्षी विहार और शांत प्रकृति के बीच समय बिताएं।
- यात्रा टिप: विंटर सीजन में यहां हजारों प्रवासी पक्षी आते हैं, लेकिन रथ यात्रा के समय भी डॉल्फिन स्पॉटिंग का मौका मिलता है।
3. रामचंडी बीच ( Sun Temple, Konark)
- दूरी: पुरी से लगभग 7 किमी (कोणार्क रोड पर)
- विशेषता: कम भीड़भाड़, स्वच्छ समुद्र तट
- क्या देखें: सूर्यास्त का नज़ारा, शांत लहरें और रेत पर सुकून भरे पल
- यात्रा टिप: पिकनिक के लिए बेहतरीन जगह, खासकर अगर आप परिवार के साथ हैं।
4. सातपाड़ा (Satapada)
- दूरी: चिल्का झील के किनारे स्थित
- विशेषता: डॉल्फिन दर्शन के लिए प्रसिद्ध
- क्या करें: बोट सफारी, डॉल्फिन और पक्षियों का अवलोकन, प्रकृति के बीच सुकून
- यात्रा टिप: स्थानीय मछुआरों की नाव से सैर करें, अनुभव बेहद प्रामाणिक होगा।
5. लिंगराज मंदिर, भुवनेश्वर (Lingaraj Temple)
- दूरी: पुरी से लगभग 60 किमी
- विशेषता: ओडिशा की वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण
- क्या देखें: भगवान शिव की हरिहर रूप में पूजा होती है (शिव+विष्णु)।
- यात्रा टिप: यह मंदिर धार्मिक के साथ-साथ ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी बेहद खास है।
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