
नई दिल्ली, तेहरान, यरुशलम। मध्य पूर्व में ईरान और इज़राइल के बीच युद्ध शनिवार को भी जारी रहा। दोनों देशों ने एक-दूसरे पर मिसाइल हमले किए, जिनमें भारी जानमाल का नुकसान हुआ और सैकड़ों लोगों की जानें गईं। युद्ध के बढ़ते खतरे को देखते हुए वैश्विक स्तर पर चिंता गहराती जा रही है।
खामेनेई बोले – “जनता की एकजुटता ही हमारा साहस”
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने ईरानी जनता की एकजुटता और देशभक्ति की सराहना की। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा,
“शुक्रवार की नमाज़ और रैलियों में जिस तरह भारी जनसमूह शामिल हुआ, उसने पूरी दुनिया के सामने यह दिखा दिया कि ईरानी जनता साहस, आध्यात्मिकता और विवेक में पीछे नहीं है।”
इस बयान के जरिए सरकार ने जनता को एकजुट रहने का संदेश दिया है, जब देश लगातार हवाई हमलों की चपेट में है।
संयुक्त राष्ट्र की चेतावनी – “बेकाबू हो सकता है युद्ध”
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने ईरान-इज़राइल संघर्ष को लेकर गंभीर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा,
“हम किसी संकट की ओर धीरे-धीरे नहीं, बल्कि तेजी से बढ़ रहे हैं।”
गुटेरेस ने तत्काल युद्धविराम की अपील करते हुए कहा कि अगर यह टकराव नहीं थमा तो इसके नतीजे वैश्विक सुरक्षा पर गंभीर असर डाल सकते हैं।
ट्रंप का बड़ा बयान – “बिना अमेरिका, इज़राइल कुछ नहीं कर सकता”
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि इज़राइल के पास इतनी ताकत नहीं है कि वह ईरान के सभी परमाणु ठिकानों को अकेले खत्म कर सके। उन्होंने कहा,
“इज़राइल को इसके लिए अमेरिका की मदद की ज़रूरत होगी।”
ट्रंप ने यह भी जोड़ा कि ईरान सीधे अमेरिका से संवाद चाहता है, न कि यूरोपीय देशों से।
ऑपरेशन सिंधु: भारत सरकार की पहल, अब तक 517 भारतीय लौटे
भारत सरकार ने ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए ‘ऑपरेशन सिंधु’ चलाया है। अब तक कुल 517 भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाया जा चुका है।
- शुक्रवार तड़के तुर्कमेनिस्तान के अश्गाबात से एक विशेष फ्लाइट नई दिल्ली पहुंची।
- आज यानी शनिवार को भी माशहद (ईरान) से दो विशेष उड़ानों के भारत पहुंचने की संभावना है –
- पहली फ्लाइट शाम 4:30 बजे
- दूसरी फ्लाइट रात 11:30 बजे
इन फ्लाइट्स में बड़ी संख्या में भारतीयों के सवार होने की उम्मीद है।