
21 जून, शनिवार को ईरान और इज़रायल के बीच जारी तनावपूर्ण जंग ने एक और खतरनाक मोड़ ले लिया। शुक्रवार रात भर ईरान ने इज़रायल पर मिसाइलें दागीं, जिसके जवाब में इज़रायल ने ईरान के सैन्य और परमाणु-संबंधित ठिकानों पर करारा हमला किया। यह संघर्ष अब नौवें दिन में प्रवेश कर चुका है, लेकिन कूटनीतिक मोर्चे पर शांति की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही।
इज़रायल की चेतावनी – “लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहें”
इज़रायली सेना के प्रमुख इयाल जमीर ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा,
“हमें एक लंबी सैन्य कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा। यह युद्ध कुछ ही दिनों की बात नहीं है।”
वहीं, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान को आड़े हाथों लेते हुए कहा,
“ईरान के पास 28,000 बैलिस्टिक मिसाइलें हैं। ये मिसाइलें सिर्फ संख्या नहीं, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता के लिए गंभीर खतरा हैं।”
उन्होंने तंज कसते हुए कहा,
“दूसरों की छत पर आग लगाओ और जब धुआं खुद की आंखों में जाए तो कहो – आंखों में जलन हो रही है? यही दोहरापन ईरान दिखा रहा है।”
ईरानी हमले और इज़रायली जवाब
शुक्रवार रात से लेकर शनिवार सुबह तक, तेल अवीव और अन्य हिस्सों में मिसाइल हमलों के सायरन गूंजते रहे। इज़रायल ने दावा किया कि उसने ईरान द्वारा छोड़े गए 15 यूएवी (ड्रोन) को मार गिराया। इसके अलावा:
- 3 सतह से सतह पर मार करने वाले मिसाइल लॉन्चर को नष्ट किया गया।
- एक रिमोट-नियंत्रित ड्रोन ने ईरानी सैनिकों के एक समूह की पहचान की और पूरे सेल को टारगेट कर खत्म कर दिया।
- इज़रायल ने ईरानी सैन्य अड्डों और परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमले के वीडियो भी जारी किए हैं। इसमें बताया गया है कि ईरान के शस्त्रागार को क्यों नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
परमाणु वार्ता से पीछे हटा ईरान
ईरान ने हालिया हमलों के बाद परमाणु कार्यक्रम पर किसी भी वार्ता से इनकार कर दिया है। उसका कहना है कि जब तक इज़रायल अपने हमले नहीं रोकता, तब तक वह किसी भी कूटनीतिक पहल का हिस्सा नहीं बनेगा।
क्या बढ़ेगा युद्ध का दायरा?
मौजूदा हालात को देखते हुए यह युद्ध लंबा और और भी उग्र हो सकता है। दोनों देश अभी पीछे हटने के मूड में नहीं दिख रहे। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता बढ़ती जा रही है, लेकिन अब तक कोई प्रभावी शांति प्रयास सफल नहीं हो पाया है।
इस जंग में हर नया दिन मानवता के लिए एक नई चुनौती बनता जा रहा है – और फिलहाल, इसका अंत नजर नहीं आ रहा।