
नई दिल्ली/विशाखापत्तनम। भारत की पहल पर हर साल 21 जून को मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस इस वर्ष अभूतपूर्व स्तर पर मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में मुख्य आयोजन में भाग लेंगे। यह कार्यक्रम आर.के. बीच से लेकर भोगापुरम तक 26 किलोमीटर के गलियारे में आयोजित किया जाएगा, जिसमें 5 लाख से अधिक लोग एक साथ योग करेंगे।
इस बार की थीम: “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग”
योग दिवस 2025 की थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” रखी गई है, जिसका उद्देश्य वैश्विक स्वास्थ्य और समरसता को बढ़ावा देना है। यह 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस होगा, जिसमें भारत के साथ दुनियाभर के कई देश हिस्सा लेंगे।
विशाखापत्तनम में विश्व रिकॉर्ड की तैयारी
- 25,000 से अधिक आदिवासी छात्र 108 मिनट तक सूर्य नमस्कार करेंगे, जिससे सबसे बड़े समूह द्वारा सूर्य नमस्कार करने का रिकॉर्ड बन सके।
- राज्य भर में 1 लाख योग केंद्रों पर योग सत्र आयोजित होंगे।
- आयोजन में भाग लेने के लिए 3000 से अधिक बसों से योग साधकों के पहुंचने की उम्मीद है।
विशेष अतिथि और आयोजन स्थल
- गृहमंत्री अमित शाह अहमदाबाद में, जेपी नड्डा नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर,
- ओम बिरला संसद भवन में, नितिन गडकरी नागपुर में,
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उधमपुर में, और
- अन्य केंद्रीय मंत्री और सांसद भी अपने क्षेत्रों में योग दिवस में भाग लेंगे।
दिल्ली में ऐतिहासिक स्थलों पर योग
- संस्कृति मंत्रालय हुमायूँ का मकबरा, पुराना क़िला और सफदरजंग मक़बरे पर योग आयोजन करेगा।
- पर्यटन मंत्रालय क़ुतुब मीनार परिसर में योग दिवस मनाएगा।
- शिक्षा सचिव विनीत जोशी भी योग कार्यक्रम में भाग लेंगे।
सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतज़ाम
- 1200 से अधिक CCTV कैमरे और ड्रोन निगरानी के लिए तैनात किए गए हैं।
- 10,000 से अधिक पुलिसकर्मी सुरक्षा ड्यूटी पर होंगे।
- हाईटेक पुलिस कंट्रोल रूम से पूरे 26 किमी क्षेत्र की निगरानी की जाएगी।
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का आह्वान
मुख्यमंत्री नायडू ने राज्य में एक महीने चले ‘योगांध्र’ अभियान की अगुवाई की और खुद तैयारियों की समीक्षा के लिए विशाखापत्तनम का दौरा किया। उन्होंने सभी नागरिकों से इस ऐतिहासिक योग दिवस में भाग लेने और इसे “गौरव का क्षण” बनाने की अपील की है।
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