
दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क का स्टारशिप-36 रॉकेट टेक्सास के स्टारबेस टेस्टिंग साइट पर अचानक धमाके के साथ फट गया। इसकी लपटें और धुआं दूर-दूर तक दिखाई दिया। ये धमाका भारतीय समय के अनुसार आज यानी, 19 जून को सुबह करीब 09:30 बजे हुआ।
धमाका उस वक्त हुआ जब 29 जून को होने वाले स्टारशिप के 10वें टेस्ट फ्लाइट से पहले रॉकेट का दूसरा स्टैटिक फायर टेस्ट चल रहा था। इस टेस्ट में रॉकेट को जमीन पर ही रखकर उसके इंजन को चालू किया जाता है ताकि लॉन्च से पहले सबकुछ ठीक हो, ये चेक किया जा सके।
ऊपरी हिस्से में विस्फोट हुआ, रॉकेट आग के गोले में बदल गया
टेस्ट शुरू होने से ठीक पहले, रॉकेट के ऊपरी हिस्से में, जहां फ्यूल टैंक होते हैं, वहां से अचानक विस्फोट शुरू हुआ। देखते ही देखते पूरा रॉकेट आग के गोले में बदल गया। आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि उनके घरों की खिड़कियां हिल गईं।
इस धमाके का जो वीडियो सामने आया है। उसमें दिख रहा है कि रॉकेट के नोज यानी, ऊपरी हिस्से से अचानक आग की लपटें निकलती हैं और फिर पूरा रॉकेट धमाके के साथ फट जाता है।
🚨BREAKING: SpaceX’s Starship just exploded during a static fire test.
— Brian Allen (@allenanalysis) June 19, 2025
This wasn’t a launch. It was supposed to be stationary. Controlled. Safe. pic.twitter.com/OI7cF8hnMw
कोई हताहत नहीं, लेकिन नुकसान बड़ा
स्पेसएक्स ने इस हादसे के बाद बयान जारी कर बताया कि टेस्ट साइट के आसपास पहले से ही सुरक्षा का पूरा इंतजाम था। सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं और आसपास के इलाकों में रहने वालों को भी कोई नुकसान नहीं हुआ। कंपनी ने लोगों से अपील की है कि वो टेस्ट साइट के पास न जाएं, क्योंकि अभी भी वहां आग बुझाने और सफाई का काम चल रहा है।
कैमरन काउंटी के शेरिफ ऑफिस और स्थानीय पुलिस ने भी पुष्टि की कि कोई घायल नहीं हुआ। फायर डिपार्टमेंट की टीमें तुरंत मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की। लेकिन रॉकेट और टेस्ट साइट को हुआ नुकसान इतना ज्यादा है कि स्पेसएक्स को अब अपनी 10वीं टेस्ट फ्लाइट की योजना पर फिर से काम करना पड़ेगा।

फ्यूल लोडिंग प्रक्रिया शुरू होने के बाद विस्फोट हुआ
नासा स्पेसफ्साइट यूट्यूब चैनल पर ये टेस्ट लाइव चल दिखाया जा रहा था। इस दौरान कमेंट्री में बताया गया कि फ्यूल लोडिंग प्रक्रिया शुरू होने के लगभग 30 मिनट बाद विस्फोट हुआ। स्टैटिक फायर टेस्ट के दौरान रॉकेट के इंजन को लॉन्च माउंट से जुड़े रहते हुए चालू किया जाता है। टेस्ट में रॉकेट के छह रैप्टर इंजनों को एक साथ चालू करना था।
इस साल स्टारशिप के लगातार तीन टेस्ट फेल हुए
इस साल स्टारशिप के टेस्ट में लगातार असफलताएं मिल रही हैं। सातवें, आठवें और नौवें टेस्ट फ्लाइट में भी रॉकेट या तो उड़ान के दौरान फट गया या फिर कंट्रोल खोकर क्रैश हो गया।
स्पेसएक्स का स्टारशिप दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे ताकतवर रॉकेट सिस्टम है, जिसे इंसानों को चांद और मंगल ग्रह पर ले जाने के लिए बनाया जा रहा है।
इलॉन मस्क का सपना है कि स्टारशिप के जरिए इंसान एक दिन मंगल पर कॉलोनी बना सके। ये रॉकेट पूरी तरह से रीयूजेबल है, यानी इसे बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है।



अब क्या होगा?
इस हादसे ने स्पेसएक्स की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। कंपनी ने 29 जून को 10वीं टेस्ट फ्लाइट का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब उसकी टाइमलाइन पूरी तरह से अनिश्चित हो गई है। स्पेसएक्स के इंजीनियर अब डेटा की जांच कर रहे हैं ताकि ये समझा जा सके कि आखिर गलती कहां हुई। शुरुआती अनुमान में फ्यूल टैंक या प्रणोदक सिस्टम में खराबी की बात सामने आ रही है।
इसके साथ ही, अमेरिका की फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) भी इस हादसे की जांच करेगा। पहले भी स्टारशिप के असफल टेस्टों की वजह से FAA ने स्पेसएक्स के टेस्ट प्रोग्राम को कुछ समय के लिए रोक दिया था। इस बार भी ऐसा हो सकता है।
हालांकि, इलॉन मस्क और उनकी कंपनी स्पेसएक्स का रवैया हमेशा से ही “हर असफलता से सीखने” का रहा है। मस्क पहले भी कह चुके हैं कि स्टारशिप जैसे जटिल प्रोजेक्ट में असफलताएं स्वाभाविक हैं और हर टेस्ट कंपनी को अपने लक्ष्य के करीब ले जाता है। ऐसे में इस हादसे के बाद भी स्पेसएक्स की टीम जल्दी ही अगले टेस्ट की तैयारी शुरू कर देगी।
स्टारशिप व्हीकल की ऊंचाई 403 फीट है
स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट (ऊपरी हिस्सा) और सुपर हैवी बूस्टर (निचला हिस्सा) को कलेक्टिवली ‘स्टारशिप’ कहा जाता है। दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने इस रॉकेट को बनाया है। इस व्हीकल की ऊंचाई 403 फीट है। ये पूरी तरह से रीयूजेबल है। अभी जो विस्फोट हुआ है वो स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट में हुआ है। इसी की टेस्टिंग चल रही थी।