
प्रयागराज। परानीपुर ग्राम पंचायत में विकास कार्यों में अनियमितता की शिकायत पर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार के निर्देश पर कराई गई जांच में गड़बड़ी की पुष्टि होने के बाद ग्राम प्रधान का बैंक खाता सीज कर दिया गया है। वहीं तत्कालीन ग्राम सचिव अजय कुमार श्रीवास्तव से जवाब तलब करते हुए प्रशासनिक और वित्तीय शक्तियां निलंबित कर दी गई हैं।
यह कार्रवाई गांव के निवासी राजू पासी द्वारा की गई शिकायत के आधार पर की गई है। डीएम ने मामले की जांच का जिम्मा जिला सांख्यिकी अधिकारी संतोष कुमार को सौंपा था। जांच रिपोर्ट में सामने आया कि गांव में कराए गए कई विकास कार्यों में या तो गुणवत्ता नहीं थी या कार्य अधूरे थे।
इन कार्यों में मिली अनियमितता:
- धनंजय तिवारी के घर से आशीष मिश्र के घर तक खंडजा निर्माण के लिए 2.32 लाख रुपये निकाले गए, लेकिन कार्य नहीं हुआ।
- पीडब्ल्यूडी रोड से बैद्यनाथ गुप्ता के घर तक खंडजा के लिए 2.24 लाख रुपये की निकासी 30 मार्च 2019 को हुई, पर निर्माण अधूरा है।
- दो अन्य विकास कार्यों में कुल 3.31 लाख रुपये के दुरुपयोग की पुष्टि हुई।
जांच के बाद नोडल अधिकारी ने रिपोर्ट डीएम को सौंपी। ग्राम प्रधान और सचिव से स्पष्टीकरण मांगा गया, लेकिन उनका जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया।
डीएम का निर्देश:
जिलाधिकारी ने उत्तर प्रदेश पंचायत राज अधिनियम के तहत ग्राम प्रधान की प्रशासनिक और वित्तीय शक्तियों पर रोक लगा दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक दोनों अधिकारी दोषमुक्त घोषित नहीं होते, तब तक ग्राम निधि खाते से कोई भी धनराशि आहरित नहीं की जाएगी।
प्रशासन ने संकेत दिया है कि ग्राम पंचायतों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए ऐसी जांचें आगे भी जारी रहेंगी।