
लहरपुर, सीतापुर। लहरपुर कस्बे से सटी ग्रामसभा केसरीगंज से होकर गुजरने वाला मुख्य मार्ग सालों से जाम की झाम से हांफ रहा है और स्थानीय व्यापारी बरसों से इस समस्या के समाधान हेतु स्थानीय जन प्रतिनिधियों की ओर आशा की नजर से ताक रहे हैं। गौरतलब है कि यह मार्ग लहरपुर को हरगांव और भदफर के साथ साथ लखीमपुर जनपद से जोड़ने वाला एकमात्र मुख्य मार्ग है जिस पर अन्य सामान्य वाहनों की आवाजाही के साथ-साथ हरगांव चीनी मिल को गन्ना लेकर जाने वाले वाहनो की आवा-जाही भी शामिल है। इसके अतिरिक्त लखनऊ और लखीमपुर के मध्य आने जाने वाले हल्के व भारी सभी वाहन शाॅर्टकट के रूप मे इसी मार्ग का इस्तेमाल करते हैं जिसके चलते अक्सर जाम की समस्या बनी रहती है। जाम के चलते उत्पन्न होने वाली समस्याओं को लेकर स्थानीय लोग कई बार आवाज उठा चुके हैं लेकिन हर बार उन्हे महज आश्वासन ही नसीब हुआ है।
अतिक्रमण भी है जाम की एक बड़ी वजह
यहां लगने वाले जाम के पीछे मुख्य मार्ग के दोनो तरफ स्थित दुकानो का अतिक्रमण , जो कि सड़क के दोनो तरफ होने से मार्ग को संकरा व अवरुद्ध कर देता है और किसी भारी वाहन के आने पर जाम की समस्या उत्पन्न कर देता है। सड़क चौड़ीकरण के बाद से यह समस्या और गंभीर हो गई है।
क्या कहते हैं स्थानीय निवासी
इस बारे मे जब स्थानीय निवासियों से बात की गई तो पंकज गुप्ता ने कहा कि भैया सालों से इस समस्या से जूझ रहे हैं पर किसी ने आज तक ध्यान नहीं दिया। अब तो घंटों घंटों तक लगने वाला जाम यहां की पहचान बन चुका है।
अमन गुप्ता ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि यहां के नेताओं को बस चुनाव के समय हमारी याद आती है उसके बाद नहीं
साकेत शुक्ला ने बताया कि जाम के चलते पूरा व्यापार चौपट होने की कगार पर है भैया दो दो किलोमीटर दूर वाहन खड़ाकर कौन दुकान पर पैदल चलकर आयेगा।
कन्हैया गुप्ता ने कहा कि कई बार सुन चुके हैं कि यहां पर बाईपास का निर्माण जल्द ही कराकर जाम से निजात दिलाने के लिए स्थानीय जन प्रतिनिधि लगातार प्रयासरत हैं पर उन्हें सफलता कब मिलेगी कोई नहीं जानता।
चुनाव के समय ही गरमाता है बाईपास का मुद्दा
जाम की समस्या केसरीगंज के लिये चुनावी समय मे बरसों से ही ज्वलंत मुद्दा रहा है । चुनावी समर मे उतरने वाला हर प्रत्याशी इस क्षेत्र के वोटरों को लुभाने के लिए जाम की समस्या से निजात के मुद्दे को हर बार आजमाता है और हर बार इस क्षेत्र का यह प्रमुख चुनावी मुद्दा रहता है लेकिन अभी तक अपने इस वायदे को अमली जामा पहनाने मे कोई भी कामयाब नहीं हो सका है।
ओवरलोड/ओवरहाइट वाहन भी इस मार्ग की हैं बड़ी समस्या
ओवरलोड और ओवरहाइट वाहन इस मार्ग पर लगने वाली जाम का सबसे प्रमुख कारण हैं। भूसा/ भूसी और इसी तरह के अन्य हल्के वजन वाले उत्पादों को ढोने वाले वाहन, गन्ना व खोई ढोने वाले वाहन जो ओवरहाइट लोड लेकर इस मार्ग से निकलते हैं वो न केवल जाम की एक बड़ी वजह बनते हैं अपितु अक्सर होने वाली मार्ग दुर्घटनाओं का भी प्रमुख कारण हैं। अक्सर दुर्घटना के समय इन ओवरहाइट वाहनों पर कार्रवाई की बातें जरुर होती हैं पर समय अंतराल बीतने के साथ कार्रवाई का प्रभाव शून्य ही नजर आता है।
दुकान के सामने खड़े वाहन भी बनते हैं जाम की वजह
सड़क के दोनो तरफ मौजूद दुकानें और उन पर आने वाले ग्राहकों के वाहन और दुकानों पर आने वाले माल वाहन माल को लादते और उतारते समय अक्सर जाम की समस्या उत्पन्न कर देते हैं।
क्या कहते हैं जिम्मेदार

इस संबंध में जब क्षेत्रीय सपा विधायक अनिल वर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस समस्या का स्थाई हल केसरीगंज के बाहर से बाई पास मार्ग ही है कस्बे के अंदर लोगों के मकान को तोड़ना और सड़क का चौड़ीकरण उनके समझ से परे है जिस दिन सूबे में हमारी सरकार बनेगी हम बाई पास बनवाकर इस समस्या से क्षेत्र वासियों को अवश्य निजात दिलाएंगे
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