
महोबा। जनपद महोबा के ग्राम बिलबई निवासी वर्तमान में देश के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में वरिष्ठ शोध अधिकारी के रूप में कार्यरत डॉ. रूपेन्द्र सिंह 17 जून से 19 जून के मध्य मंदाकिनी नदी के अविरल प्रवाह बनाए रखने के लिए गठित टीम में विस्तृत अध्यन के लिए सदस्यों में शामिल किए गए है।
दीनदयाल शोध संस्थान ने नदी के अविरल प्रवाह बनाये रखने के लिए ही विशेषज्ञों की एक राष्ट्रीय टीम का गठन किया, जिसमे भू वैज्ञानी, पर्यावरण शास्त्री, जल वैज्ञानिक, सामाजिक वैज्ञानिक शामिल है। डॉ. रूपेन्द्र सिंह इसमें बतौर भू वैज्ञानिक शामिल किए गए है।
डॉ. रूपेन्द्र सिंह भारत के जाने माने भू वैज्ञानिक है एवं हिमालय के हिमनद (ग्लेशियर) प्राकृतिक आपदा पर विशेषज्ञता प्राप्त है, इन विषयों पर उनके लगभग 20 से ज़्यादा शोध पत्र विश्व के जानी विज्ञान की पत्रिकाओं में प्रकाशित है।
डॉ. रूपेन्द्र सिंह की पत्नी सीमा पटनाहा सिंह भारत के सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता है एवं हमीरपुर-महोबा संसदीय क्षेत्र की राजनीति का जाना माना नाम है।
