
- ससुराल गए युवक की संदिग्ध मौत, एफ आई आर दर्ज कराने को दर दर भटक रहा पिता
- पीड़ित पिता बोले बेटा पहले धमकी झेलता रहा, फिर ससुराल बुलाया गया और मौत की खबर आई
लखीमपुर खीरी। एक आम आदमी की बात में ‘सच्चाई’ ढूंढती पुलिस को तब भी शक नहीं हुआ, जब एक युवक को पहले जान से मारने की धमकी दी गई और फिर ससुराल में बुलाकर उसकी संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मृतक के पिता बहादुर लाल ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं “बेटा तो चला गया, लेकिन हमारी बात को झूठ समझा गया। अगर ये न्याय है, तो हमें अब जीने से भी डर लगता है।
लखीमपुर खीरी के ग्राम गोविंदापुर (थाना हैदराबाद) निवासी बहादुर लाल ने बताया कि उनके बेटे मुनीश कुमार और बहू मंजू के बीच होली से पहले कुछ घरेलू विवाद हुआ था। यह विवाद इतना गंभीर नहीं था, लेकिन मंजू ने अपने मायके वालों को फोन पर जानकारी दे दी।
16 मार्च को मंजू के भाई शिवकुमार, छोटे भाई लल्ला और उसकी मां घर पर आ धमके। बहादुर लाल के मुताबिक, “वे लोग मुनीश को मारने के इरादे से आए थे, लेकिन वह घर पर नहीं था। इस पर मेरी पत्नी चमेली देवी और बड़ी बहू सुनीता देवी के साथ मारपीट की गई और गंदी-गंदी गालियाँ दी गईं। साथ ही कहा गया कि अगर मुनीश हमारे सामने आया तो जान से मार देंगे।” इस घटना के दो दिन बाद मंजू भी अपने बच्चों को लेकर मायके चली गई। इसके बाद पूरे घर में सन्नाटा छा गया था, लेकिन सब सोच रहे थे कि जैसे घरों में होता है, मामला कुछ समय में सुलझ जाएगा।
पत्नी ने बुलाया, पति गया… लेकिन वापस लौटा शव
21 अप्रैल 2025 को मंजू ने अचानक मुनीश को फोन कर अपने मायके ग्राम कढ़ईपुर (थाना मैलानी) बुलाया और कहा कि अब वह घर चलने को तैयार है। बहादुर लाल ने बताया “हम सबको लगा कि विवाद सुलझ गया, बेटे ने कहा – अम्मा मंजू कह रही है चलो घर चलते हैं। हमने खुशी-खुशी उसे भेजा। लेकिन वही दिन आखिरी साबित हुआ।”
अगली सुबह यानी 22 अप्रैल को परिवार को एक फोन आया मुनीश खत्म हो गया है। परिजन जब पहुंचे तो शव पड़ा था, मौत का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया। पुलिस को सूचना दी गई, पोस्टमार्टम कराया गया और बिसरा संरक्षित किया गया।
पुलिस ने नहीं दर्ज की FIR, थाना प्रभारी का जवाब चौंकाने वाला
थाना मैलानी प्रभारी निराला तिवारी ने कहा मामला संज्ञान में है। बिसरा जांच के लिए भेजा गया है, लेकिन परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों में कोई संदेह या सच्चाई नहीं दिखाई दी, इसलिए मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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