कौशांबी : लाठीचार्ज की गूंज लखनऊ पहुंची, इंस्पेक्टर लाइन हाजिर और दो दारोगा निलंबित

कौशांबी। किसान रामबाबू तिवारी का शव प्रयागराज-कानपुर हाईवे पर रखकर रास्ता जाम कर रहे लोगों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने का मामला राजनीतिक मुद्दा बन गया है। यह घटना अब लखनऊ तक पहुंच गई है, जहां शनिवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट कर इस प्रकरण की जांच प्रमुख सचिव गृह से कराने के निर्देश दिए हैं।

वहीं, घटना के बाद प्रशासनिक कार्रवाई भी शुरू हो गई है। देर शाम को सैनी इंस्पेक्टर बृजेश कुमार करवरिया को लाइन हाजिर किया गया है। इसके साथ ही प्रकरण के मुख्य चौकी इंचार्ज आलोक राय एवं विवेचक को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही एसपी राजेश कुमार ने आरोपित ग्राम प्रधान भूप नारायण पाल पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है, जो अभी फरार है।

पुलिस के अनुसार, किसान रामबाबू तिवारी बुधवार को जहर खाकर सैनी कोतवाली पहुंचे थे, और पुलिस के सामने ही उनकी मौत हो गई। पुलिस ने उनके कपड़ों की तलाशी ली, जिसमें सुसाइड नोट बरामद हुआ। इस नोट में किसान ने अपने मौत का जिम्मेदार ग्राम प्रधान भूप नारायण पाल, चौकी प्रभारी और पुलिस अधिकारियों को ठहराया है।

सुसाइड नोट में बताया गया है कि रामबाबू तिवारी के बेटे को पुलिस ने आठ साल की बालिका से दुष्कर्म के आरोप में जेल भेजा था। उनका आरोप है कि यह सब जमीन विवाद और चुनावी रंजिश के कारण हुआ। उन्होंने यह भी बताया कि बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने से पहले पुलिस चौकी में दारोगा ने प्रधान की मौजूदगी में सुलह के लिए बुलाया था, लेकिन उसके बाद फर्जी मुकदमा दर्ज कर बेटे को जेल भेज दिया गया। रामबाबू का मानना है कि इसी से वे आहत होकर आत्महत्या करने पर मजबूर हुए।

गुरुवार को किसान का शव प्रयागराज-कानपुर हाईवे पर रखकर रास्ता जाम कर रहे लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में तनाव पैदा कर दिया है। अब यह मामला गरमाया हुआ है और राजनीतिक दल भी इसमें कूद पड़े हैं।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

बेंगलुरु भगदड़ में कर्नाटक सरकार ने बढ़ाई मुआवजा राशि वजन घटा रहे हैं तो न खाएं किशमिश नैनिताल में उमड़े सैलानी, पहुंच गई भारी भीड़ Viral Video : गाली देने वाले शराबी को महिला ने पीटा पीएम मोदी ने लगाया सिंदूर का पौधा