
बिहार चुनाव : बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं, और एनडीए (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन) की सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा जोरों पर है। भाजपा के सूत्रों ने जानकारी दी है कि एनडीए में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला लगभग तय हो सकता है, जिसमें भाजपा और जेडीयू को बराबर सीटें मिलने की संभावना है। इस संबंध में शनिवार को पटना में एनडीए के सहयोगी दलों के बीच बैठक हुई, जिसमें आगामी चुनावों को लेकर बातचीत हुई। इसके बाद जल्द ही दिल्ली में इस पर अंतिम चर्चा होगी।
बिहार की राजधानी पटना में हुई बैठक में यह तय हुआ कि पिछले लोकसभा चुनाव में अपनाए गए सीट शेयरिंग फॉर्मूले को ही विधानसभा चुनाव में भी लागू किया जाएगा। उस समय भाजपा ने 17 सीटें जीती थीं, जेडीयू ने 16, और अन्य सहयोगियों जैसे लोजपा (रामविलास पासवान की पार्टी), हम, और राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने भी अपने-अपने हिस्से की सीटों पर चुनाव लड़ा था।
इस बार भी लगभग वैसा ही फॉर्मूला अपनाए जाने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, जेडीयू 102-103 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि भाजपा 101-102 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। शेष करीब 40 सीटें लोजपा, हम, और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को दी जाएंगी। विश्लेषकों का अनुमान है कि लोजपा को 25-28 सीटें, हम को 6-7 सीटें और RLM को 4-5 सीटें मिल सकती हैं।
बता दें कि आगामी चुनाव में पांच राजनीतिक पार्टियां एनडीए के प्रत्याशी उतारेंगी, जिनमें भाजपा, जेडीयू, लोजपा (राम विलास), हम और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं। इस गठबंधन का उद्देश्य बिहार में अपनी सत्ता बरकरार रखना है, और सीट बंटवारे को लेकर चल रही बातचीत अंतिम रूप ले रही है।