
भोपाल : पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई और कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह की पार्टी विरोधी बयानबाजी अब उन्हें भारी पड़ने जा रही है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस आलाकमान ने लक्ष्मण सिंह को पार्टी से बाहर निकालने की तैयारी पूरी कर ली है। पार्टी की अनुशासन समिति उनके जवाब से असंतुष्ट है, और अब उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई तय मानी जा रही है।
लगातार बयानबाजी से पार्टी की छवि पर असर
लक्ष्मण सिंह ने हाल के दिनों में राहुल गांधी, राबर्ट वाड्रा और उमर अब्दुल्ला जैसे पार्टी और सहयोगी नेताओं पर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था, “राहुल गांधी को सोच-समझकर बोलना चाहिए और उनका बचपना कब खत्म होगा, यह कोई नहीं जानता।” इतना ही नहीं, जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला को लेकर उन्होंने कहा कि “वो आतंकवादियों से मिले हुए हैं।” इन बयानों ने कांग्रेस की सार्वजनिक छवि को नुकसान पहुंचाया।
कांग्रेस ने मांगा था स्पष्टीकरण, जवाब असंतोषजनक
कांग्रेस हाईकमान ने लक्ष्मण सिंह से पार्टी विरोधी बयानों को लेकर स्पष्टीकरण मांगा था। लेकिन उनके जवाब से न तो अनुशासन समिति और न ही प्रदेश नेतृत्व संतुष्ट हुआ। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने भी संकेत दिए हैं कि अब पार्टी इस बार किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं करेगी।
पार्टी प्रवक्ता का बयान – “कड़ी कार्रवाई तय”
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता स्वदेश शर्मा ने कहा, “कांग्रेस में अनुशासनहीनता पर कोई दिखावा नहीं होता, चाहे वह सांसद हो, विधायक हो या बड़ा नेता – सबके लिए नियम एक हैं। जो भी अनुशासन तोड़ेगा, कार्रवाई तय है।”
लक्ष्मण सिंह की सदस्यता पर अंतिम निर्णय जल्द
सूत्रों का कहना है कि एआईसीसी (अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी) में इस संबंध में जरूरी औपचारिकताएं लगभग पूरी कर ली गई हैं और अब सिर्फ आधिकारिक घोषणा बाकी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और खुद राहुल गांधी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि संगठन में अनुशासन सर्वोपरि है।