
अगर आप होटल मैनेजमेंट जैसे प्रोफेशनल कोर्स में करियर बनाना चाहते हैं लेकिन फीस की चिंता आपको परेशान कर रही है, तो अब घबराने की जरूरत नहीं है। देश के ज्यादातर बैंक और फाइनेंशियल संस्थान इस कोर्स के लिए एजुकेशन लोन प्रदान करते हैं, जिससे आप न सिर्फ अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं, बल्कि बाद में आराम से लोन चुका भी सकते हैं।
कितना मिल सकता है लोन?
होटल मैनेजमेंट कोर्स के लिए बैंक और एनबीएफसी (NBFC) संस्थाएं ₹4 लाख से लेकर ₹25 लाख तक का एजुकेशन लोन देती हैं। यह लोन भारत या विदेश, दोनों जगह की पढ़ाई के लिए लिया जा सकता है।
इसमें ट्यूशन फीस, हॉस्टल खर्च, किताबें, लैपटॉप, प्रोजेक्ट्स और अन्य जरूरी खर्चों को शामिल किया जाता है।
किन बातों का रखना होगा ध्यान?
- कॉलेज या यूनिवर्सिटी UGC/AICTE से मान्यता प्राप्त होनी चाहिए।
- छात्र के पास कम से कम 50% अंक 12वीं कक्षा में होने चाहिए।
- कुछ बैंक एडमिशन लेटर मिलने के बाद ही लोन प्रोसेस करते हैं, जबकि कुछ संस्थान एडमिशन से पहले भी प्रोविजनल अप्रूवल दे देते हैं।
क्या जरूरी है गारंटी देना?
- ₹4 लाख तक के लोन के लिए आमतौर पर किसी भी प्रकार की गारंटी या कोलैटरल की जरूरत नहीं होती।
- अगर लोन राशि इससे अधिक है, तो बैंक गारंटर या सिक्योरिटी की मांग कर सकता है।
यह सिक्योरिटी आपके माता-पिता की आय, प्रॉपर्टी, फिक्स्ड डिपॉजिट या बीमा पॉलिसी के रूप में हो सकती है।
ब्याज दर और ईएमआई की जानकारी
- एजुकेशन लोन पर ब्याज दर 8% से 12% के बीच होती है।
- बैंक छात्रों को पढ़ाई के दौरान और कोर्स खत्म होने के 6 से 12 महीने बाद तक ईएमआई न चुकाने की सुविधा देते हैं। इसे मोरेटोरियम पीरियड कहा जाता है।
- इसके बाद छात्र की नौकरी लगने पर ईएमआई शुरू होती है, जिसे आप 5 से 15 साल के भीतर चुका सकते हैं।
आवेदन कैसे करें?
एजुकेशन लोन के लिए आप ऑनलाइन या नजदीकी बैंक शाखा में जाकर आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन के समय जिन दस्तावेजों की जरूरत होगी:
- एडमिशन लेटर
- पिछली कक्षाओं की मार्कशीट
- आधार कार्ड और पैन कार्ड
- फीस स्ट्रक्चर
- माता-पिता की आय प्रमाणित करने वाला दस्तावेज
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