
आईपीएल 2025 की पहली बार की विजेता बनी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की जीत का जश्न बुधवार को एक भयानक हादसे में तब्दील हो गया। बेंगलुरु स्थित चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जमा भारी भीड़ में भगदड़ मच गई, जिससे 11 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हो गए। मृतकों में तीन नाबालिग भी शामिल हैं, और सभी मृतक 35 वर्ष से कम आयु के थे।
हादसे पर हाईकोर्ट की सख्ती
कर्नाटक हाईकोर्ट ने इस हादसे पर स्वतः संज्ञान लेते हुए सुनवाई शुरू कर दी है। मामले की सुनवाई कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश वी. कामेश्वर राव और न्यायमूर्ति सीएम जोशी की पीठ के समक्ष हुई। कोर्ट ने सरकार से इस घटना की विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं और अगली सुनवाई 10 जून को तय की गई है।
याचिकाकर्ता की आपत्ति
सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील ने सवाल उठाया कि ऐसे खिलाड़ियों को क्यों सम्मानित किया गया, जो देश के लिए नहीं बल्कि सिर्फ फ्रेंचाइजी के लिए खेलते हैं। उन्होंने पूछा कि भीड़ नियंत्रण के लिए क्या विशेष इंतजाम किए गए थे और इतने बड़े आयोजन की अनुमति किसने दी थी?
सरकार और पुलिस का पक्ष
राज्य सरकार ने कोर्ट को बताया कि भगदड़ के बाद घायलों को तत्काल इलाज दिया गया और 1380 पुलिसकर्मी तैनात थे। लेकिन सरकारी वकील ने माना कि लगभग ढाई लाख लोग स्टेडियम के बाहर अचानक जमा हो गए, जिससे स्थिति बिगड़ गई।
शिकायत दर्ज, जांच शुरू
सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा ने कब्बन पार्क थाने में FIR दर्ज करवाई है, जिसमें मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, डिप्टी CM डीके शिवकुमार, और कर्नाटक क्रिकेट संघ पर लापरवाही का आरोप लगाया गया है। हालांकि अभी तक FIR में किसी व्यक्ति का नाम नहीं जोड़ा गया है।
जांच अधिकारी का बयान
घटना की जांच कर रहे बेंगलुरु शहरी उपायुक्त जी. जगदीश ने चिन्नास्वामी स्टेडियम का निरीक्षण किया और कहा कि वह RCB प्रबंधन, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ, इवेंट मैनेजर और पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी करेंगे।
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