कान्हा टाइगर रिजर्व बना शाकाहारी वन्यजीवों का ‘राजा’, पूरे देश में नंबर-1

भोपाल/मंडला: मध्य प्रदेश ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह वन्यजीव संरक्षण के मामले में देश का नेतृत्व कर रहा है। वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (WII) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, कान्हा टाइगर रिजर्व को देश में सबसे ज्यादा शाकाहारी वन्यजीवों की मौजूदगी के लिए नंबर-1 स्थान मिला है। इस रिपोर्ट में उत्तराखंड का जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क दूसरे स्थान पर रहा।

क्या कहती है रिपोर्ट?

WII की रिपोर्ट में देशभर के प्रमुख टाइगर रिजर्व और नेशनल पार्क का तुलनात्मक अध्ययन किया गया। इस अध्ययन में खासतौर पर चीतल, सांभर, गौर, बार्किंग डियर जैसे शाकाहारी वन्यजीवों की संख्या को आधार बनाया गया। कान्हा टाइगर रिजर्व इन सभी मानकों पर सबसे आगे रहा।

टाइगर्स के लिए क्यों है कान्हा आदर्श?

रिपोर्ट में कहा गया है कि शाकाहारी प्रजातियों की प्रचुरता से न सिर्फ बाघों को पर्याप्त आहार मिलता है, बल्कि यह एक मजबूत और संतुलित फूड चेन का भी संकेत है। इससे टाइगर्स के संरक्षण और उनकी संख्या में वृद्धि को बढ़ावा मिलता है। यही कारण है कि कान्हा टाइगर रिजर्व को टाइगर्स के लिए देश का सबसे अनुकूल स्थल माना जाता है।

जैवविविधता में भी अव्वल

कान्हा सिर्फ शाकाहारी जीवों की संख्या में ही नहीं, बल्कि समृद्ध जैवविविधता के लिए भी जाना जाता है। यहां का वातावरण, वन संरचना और संरक्षण नीति इतने संतुलित हैं कि यह पूरे देश के लिए एक आदर्श उदाहरण बन गया है।

पर्यटन और संरक्षण का अद्भुत संगम

कान्हा टाइगर रिजर्व न केवल वन्यजीवों का घर है, बल्कि यह देश-विदेश के पर्यटकों के लिए भी एक प्रमुख आकर्षण है। हर साल हजारों सैलानी यहां बाघों और अन्य जीव-जंतुओं का दीदार करने पहुंचते हैं। इससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलता है, बल्कि संरक्षण की भावना भी और अधिक मजबूत होती है।

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