इंदौर मेट्रो बनी पिकनिक स्पॉट : पहले हफ्ते में दिखा जबरदस्त उत्साह

इंदौर: मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में वर्षों के इंतजार के बाद मेट्रो ट्रेन की शुरुआत होते ही शहरवासियों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। शहर की सड़कों पर नहीं, अब पटरियों पर भी रफ्तार से दौड़ती मेट्रो ने नागरिकों के जीवन में नया अनुभव जोड़ा है। मेट्रो में मुफ्त सफर के पहले हफ्ते में हजारों लोग इसका आनंद लेने पहुंचे, जहां रविवार को यह अनुभव एक पिकनिक जैसे माहौल में तब्दील हो गया।

12 साल बाद पूरा हुआ इंदौर का सपना

करीब 12 साल पहले जिस मेट्रो का सपना इंदौरवासियों ने देखा था, वह अब साकार हुआ है। फिलहाल येलो लाइन के सुपर कॉरिडोर पर मेट्रो ट्रेन का संचालन शुरू हुआ है, जो गांधीनगर स्टेशन से सुपर कॉरिडोर नंबर 6 होते हुए नंबर 3 तक जाती है। अन्य फेज पर कार्य प्रगति पर है।

हर उम्र के लोग ले रहे मेट्रो का आनंद

मेट्रो के पहले सप्ताह की मुफ्त सेवा के चलते इसमें यात्रा करने के लिए लोग भारी संख्या में स्टेशन पहुंच रहे हैं। बच्चे, युवा, महिलाएं और बुजुर्ग सभी इस नए अनुभव को कैमरे में कैद कर रहे हैं। कई लोग तो केवल मेट्रो में फोटो और सेल्फी लेने के लिए सफर कर रहे हैं।

बुजुर्ग यात्री कंचन लश्करी अपने परिवार संग मेट्रो स्टेशन पहुंचीं। उन्होंने उत्साह से कहा, “मैंने आज तक सिर्फ टेंपो, बैलगाड़ी और बस में ही सफर किया था। मेट्रो का अनुभव लेना मेरे लिए किसी त्योहार से कम नहीं है।”

गाइडलाइन तोड़ने पर सख्त कार्रवाई

इंदौर मेट्रो की शुरुआत के साथ ही प्रशासन ने सख्त गाइडलाइन भी लागू की है। मेट्रो जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु ग्रोवर ने बताया कि मेट्रो में अनुशासन बनाए रखना बेहद जरूरी है, और इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ जुर्माना और जेल की सजा का प्रावधान है।

प्रमुख नियम और सजा:

  • मेट्रो में फर्श पर बैठने या गुटखा थूकने पर ₹200 जुर्माना
  • महिला कोच में पुरुष के चढ़ने पर ₹200 जुर्माना और 3 महीने की जेल
  • ट्रेन में स्टीकर चिपकाना या विज्ञापन करने पर भारी जुर्माना
  • शराब पीना, चाकू, हथोड़ा, पटाखे या हथियार ले जाना प्रतिबंधित
  • पालतू जानवरों की एंट्री पर भी रोक

जनता में उम्मीद और प्रशासन से संयम की अपेक्षा

मेट्रो सेवा को लेकर आमजन में उत्साह तो है ही, साथ ही लोगों को उम्मीद है कि यह नई परिवहन सुविधा इंदौर की यातायात व्यवस्था को नई दिशा देगी। वहीं प्रशासन के लिए यह एक बड़ी जिम्मेदारी है कि वह इस नई व्यवस्था को अनुशासित और सुरक्षित बनाए रखे।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें