
भारत में हर परिवार का सपना होता है अपनी खुद की कार का, लेकिन कारों की बढ़ती कीमतों के कारण यह सपना हर किसी के लिए आसान नहीं होता। अगर आपकी मासिक आय 50,000 रुपये है और आप एक कार खरीदने की सोच रहे हैं, तो आपको अपने बजट, EMI और बाकी खर्चों को ध्यान में रखकर निर्णय लेना चाहिए।
कम सैलरी में भी कार खरीदना है मुमकिन
भले ही कारों की कीमत लाखों में हो, लेकिन लोन की सुविधा के चलते कम सैलरी वाले लोग भी कार खरीदने की स्थिति में आ सकते हैं। ज़रूरत है तो सिर्फ समझदारी से सही मॉडल और फाइनेंस विकल्प चुनने की।
EMI का बोझ न बढ़े, इस पर दें ध्यान
अगर आपकी सैलरी 50,000 रुपये प्रति माह है, तो विशेषज्ञों की मानें तो आपकी कार की EMI आपकी आय का 10-15% से अधिक नहीं होनी चाहिए। यानी लगभग 5,000 से 7,500 रुपये मासिक किस्त में कार का लोन आपके लिए सही रहेगा।
इस लिहाज से आप 5 से 6 लाख रुपये की कारों को प्राथमिकता दे सकते हैं। इस बजट में कुछ भरोसेमंद और फीचर्स से भरपूर कारें बाजार में उपलब्ध हैं।
50 हजार की सैलरी में कौन-सी कारें हैं बेहतर विकल्प?
- Tata Tiago – मजबूत बिल्ड क्वालिटी, अच्छा माइलेज और शानदार फीचर्स
- Maruti Celerio – माइलेज किंग, कम मेंटेनेंस और बजट फ्रेंडली
- Tata Punch – SUV जैसा लुक, सेफ्टी में बेहतर और स्टाइलिश
- Maruti Alto K10 – पहली कार के लिए शानदार विकल्प, सबसे सस्ती में एक
- Renault Kwid – बजट सेगमेंट में SUV स्टाइल लुक के साथ
कार लोन का गणित कैसे बैठाएं?
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए आप 4.5 लाख रुपये ऑन-रोड कीमत वाली कार लेना चाहते हैं।
- डाउन पेमेंट: 1 लाख रुपये
- लोन राशि: 3.5 लाख रुपये (लगभग)
- ब्याज दर: 9% सालाना
- लोन अवधि: 7 साल
तो इस स्थिति में आपकी मासिक EMI करीब ₹5,176 होगी, जो 50 हजार रुपये की सैलरी वालों के लिए एक किफायती विकल्प माना जा सकता है।
क्या रखें ध्यान?
- डाउन पेमेंट जितना ज्यादा होगा, EMI उतनी कम होगी
- कार खरीदते समय बीमा, RTO शुल्क और एक्सेसरीज़ का खर्च भी जोड़ें
- लोन से पहले अपने क्रेडिट स्कोर की जांच जरूर करें















