मसूरी कॉलेज में शिक्षकों के बीच हंगामा : नेक प्रक्रिया के दौरान अभद्रता, आरोप-प्रत्यारोप से माहौल तनावपूर्ण

मसूरी (उत्तराखंड) : मसूरी के म्युनिसिपल पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में शुक्रवार को उस समय तनावपूर्ण माहौल बन गया जब कॉलेज में चल रही राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC/NEAC) की प्रक्रिया के दौरान शिक्षकों के बीच तीखी झड़प हो गई। संवाद के दौरान तनख्वाह और प्रमोशन जैसे मुद्दों पर असंतोष खुलकर सामने आया, जिसके बाद कॉलेज परिसर में अभद्रता और चप्पल दिखाने तक की नौबत आ गई।

शिक्षक संवाद के दौरान फूटे विवाद

कॉलेज में चल रही नेक प्रक्रिया के तहत शिक्षक संवाद (ऑनलाइन सेशन) आयोजित किया गया था। इस दौरान:

  • डॉ. नरेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें नियुक्ति के 18 महीने बाद भी वेतन नहीं मिला है।
  • डॉ. प्रमोद भारती ने आरोप लगाया कि उनका प्रमोशन कॉलेज प्राचार्य अनिल कुमार चौहान द्वारा रोका गया है।
  • संवाद के बाद जैसे ही शिक्षकों का सत्र खत्म हुआ, कॉलेज हॉल के बाहर डॉ. शालिनी गुप्ता ने डॉ. प्रमोद भारती और डॉ. एमएल उपाध्याय के साथ तीखी बहस और अभद्रता की।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शालिनी गुप्ता ने चप्पल निकालकर शिक्षकों को दिखाया, जिससे माहौल और गर्मा गया। अन्य शिक्षकों और स्टाफ की मदद से किसी तरह स्थिति को संभाला गया।

पक्ष-विपक्ष के आरोप

  • डॉ. प्रमोद भारती ने मसूरी कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है और कहा कि नेक प्रक्रिया में फर्जीवाड़ा हो रहा है। उन्होंने बताया कि कई तथ्यों को गलत ढंग से दर्शाया जा रहा है और यह संस्थान की साख को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • डॉ. शालिनी गुप्ता ने कहा कि वह नेक की प्रक्रिया को सफल बनाने में माहों से मेहनत कर रही हैं, लेकिन कुछ शिक्षक जानबूझकर इसमें बाधा डाल रहे हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि गुस्से में उन्होंने चप्पल उठाई, लेकिन यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है।
  • डॉ. नरेंद्र सिंह ने स्पष्ट किया कि उन्हें नियुक्ति के बाद आज तक कोई वेतन नहीं मिला है, जिसकी शिकायत उन्होंने संवाद सत्र में रखी थी।

प्राचार्य की प्रतिक्रिया

कॉलेज प्राचार्य अनिल कुमार चौहान उस समय मौजूद नहीं थे, लेकिन उन्होंने मीडिया से कहा कि यह स्थिति कॉलेज के लिए अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने बताया कि कुछ शिक्षक लगातार नेक की प्रक्रिया को बाधित करने का प्रयास कर रहे हैं। वे इस पूरे प्रकरण की जानकारी कॉलेज प्रबंधन समिति की अध्यक्ष मीरा सकलानी को देंगे और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

क्या है नेक (NAAC)?

नेक (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) उच्च शिक्षा संस्थानों के मूल्यांकन और मान्यता के लिए उत्तरदायी है। इसका उद्देश्य संस्थानों की गुणवत्ता सुधारना है। मसूरी कॉलेज में इस प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए लंबे समय से तैयारी चल रही थी, लेकिन आंतरिक विवादों ने इसे प्रभावित कर दिया है।

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