
मेरठ। जानी क्षेत्र की नगर पंचायत सिवाल खास में अवैध डेयरी संचालकों की मनमानी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए मुसीबत बनी है। आलम यह है कि कई बार नोटिस देने के बाद भी खुले आम गोबर नालियों में बहाया जा रहा है और सड़को पर सिर्फ गोबर ही गोबर दिखाई देने लगा है। हालांकि नगर पंचायत अध्यक्ष ने एक बार फिर डेयरी संचालकों के साथ बैठक कर इस समस्या के समाधान की बात कही है।
गौरतलब है कि कस्बा सिवाल खास में पिछले काफी समय से बस्तियों के बीच में आधा दर्जन से ज्यादा अवैध डेयरियों का संचालन किया जा रहा है, जिसके चलते रास्तों पर और गलियों में गंदगी का अंबार लगा रहता है। स्थानीय लोगो का कहना है कि नगर पंचायत से लेकर जिलाधिकारी तक इस समस्या से निजात दिलाने की गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन नतीजा आज तक शून्य है। जिसका प्रमाण यह है कि अवैध डेयरी संचालकों की मनमानी के चलते नालियों में गोबर अटा पड़ा है।
इतना ही नहीं सफाई कर्मचारियों की मुसीबत का सबब भी यह गोबर बना है, प्रतिदिन सफाई कर्मचारी नालियों को साफ करते है और शाम तक फिर गोबर इकट्ठा हो जाता है। एक सफाई कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जब डेयरी संचालकों से गोबर बहाने के लिए मना किया जाता है तो अभद्र व्यवहार किया जाता है। इसकी शिकायत नगर पंचायत अध्यक्ष से भी की गई, लेकिन संचालकों ने गोबर बहाना बंद नही किया। स्थानीय लोगो की मानें तो सभासद, अध्यक्ष, अधिशासी अधिकारी, उप जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री पोर्टल तक शिकायत की जा चुकी है,लेकिन अवैध डेयरी संचालक किसी के कब्जे में नही आए और इनकी मनमानी आज भी जारी है।
सभी संचालकों को नोटिस जारी किया गया है और कुछ मोहलत दी गई थी। सभी संचालकों के साथ बैठक की जाएगी, यदि ये लोग नही माने तो इनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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