
लखीमपुर खीरी। जिले के निघासन तहसील की ग्राम पंचायत भैरमपुर में पंचायत प्रधान पर गंभीर आरोप लगे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान ने खुद नाली को बंद करवा दिया, जिससे बारिश का पानी बाहर नहीं निकल सका और गांव जलमग्न हो गया। पहली ही बारिश ने गांव की बदहाल व्यवस्था को उजागर कर दिया है।
भारी बारिश के बाद गांव की गलियों से लेकर घरों तक पानी भर गया है। ग्रामीणों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि गांव में नाली की सफाई तो दूर, प्रधान ने स्वयं ही जल निकासी का रास्ता बंद करवा दिया था। ग्रामीणों के अनुसार, यह सब उनकी जानकारी और चेतावनी के बावजूद हुआ।
“प्रधान ने नाली बंद करवा दी, अब घर में घुसा पानी निकालें कहां से?”
यह कहना है ग्रामवासी संदीप पाल का, जिन्होंने बारिश से पहले ही प्रधान और पंचायत मित्र को लिखित व मौखिक रूप से जानकारी दी थी कि गांव में जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है और नाली सफाई अतिआवश्यक है। उन्होंने बताया कि प्रधान ने आश्वासन जरूर दिया, लेकिन कोई काम नहीं हुआ।
स्थानीय निवासी कहते हैं कि हमारे घरों में पानी भर गया है, “नाली पहले ठीक से चल रही थी, लेकिन प्रधान ने उसे बंद करवा दिया। अब पूरा गांव तालाब बना हुआ है।”
ग्रामीणों ने इस हालात का वीडियो सोशल मीडिया पर भी साझा किया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि गलियों में पानी भरा है और लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कत हो रही है।
क्या कहता है प्रशासन?
अब तक पंचायत या ब्लॉक स्तर से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि प्रधान और ग्राम रोजगार सेवक ने जल्द ही जल निकासी का आश्वासन दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही नाली की सफाई और जल निकासी की व्यवस्था नहीं की गई, तो हालात और बिगड़ सकते हैं।
ग्रामीणों की मांग
- बंद नाली को तत्काल खुलवाया जाए
- नियमित सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित हो
ग्रामीणों का कहना है कि भैरमपुर गांव में नाली बंद होने के कारण जो स्थिति बनी है, वह प्रशासनिक लापरवाही और पंचायत की उदासीनता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। यदि समय रहते इस पर कार्रवाई नहीं हुई, तो यह सिर्फ एक गांव नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए चेतावनी बन सकता है।
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