पाकिस्तान के मामलों में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं है…बोले विदेश मंत्री एस. जयशंकर

नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को विदेश मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति की बैठक में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पाकिस्तान को सूचना दिए जाने पर कांग्रेस और विशेषकर राहुल गांधी द्वारा उठाए गए सवालों का सख्त लहजे में जवाब दिया। जयशंकर ने स्पष्ट किया कि भारत ने हमले से पहले नहीं, बल्कि हमले के बाद पाकिस्तान को सूचना दी थी, और वह भी तब जब प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) द्वारा पहली बार आधिकारिक बयान जारी किया जा चुका था।

“तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया”

जयशंकर ने कांग्रेस के आरोपों को ‘बेवजह का भ्रम’ बताते हुए कहा कि राहुल गांधी और उनकी पार्टी ने ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े तथ्यों को बेईमानी से तोड़-मरोड़ कर पेश किया। उन्होंने दोहराया कि पाकिस्तान के DGMO (डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस) को हमले के बाद ही सूचित किया गया था, और उस समय तक मीडिया में सूचना जारी हो चुकी थी।

“सिर्फ 3 देशों ने दिया पाकिस्तान का समर्थन”

विदेश मंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद दुनिया के 200 देशों में से केवल तीन देशों—चीन, तुर्की और अजरबैजान—ने ही पाकिस्तान का समर्थन किया, जो यह साबित करता है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भारत के आतंकवाद के खिलाफ कदमों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका है जब भारत ने सीमापार आतंकी ठिकानों पर सीधा हमला किया है।

“जब तक पाकिस्तान उकसाएगा, ऑपरेशन सिंदूर जारी रहेगा”

जयशंकर ने स्पष्ट कहा कि भारत की नीति बिल्कुल साफ है—जब तक पाकिस्तान आतंक को बढ़ावा देता रहेगा, भारत ऐसे जवाबी कदमों से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ कोई संवाद पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) और आतंकवाद के मुद्दों को छोड़कर संभव नहीं है।

“ट्रंप के बयानों पर भारत का कोई नियंत्रण नहीं”

कांग्रेस द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान का हवाला दिए जाने पर जयशंकर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के मामलों में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने कहा, “डोनाल्ड ट्रंप क्या कहते हैं, इस पर भारत का कोई नियंत्रण नहीं है। भारत और पाकिस्तान के बीच केवल DGMO स्तर की बातचीत हुई थी।”

सिंधु जल समझौते पर संकेत

जयशंकर ने बताया कि भारत सिंधु जल समझौते के कार्यान्वयन को लेकर पूरी तरह गंभीर है और इसका असर जल्द दिखेगा। उन्होंने यह भी संकेत दिए कि भविष्य में इस दिशा में बड़े फैसले हो सकते हैं।

राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जयशंकर के एक पुराने बयान को आधार बनाकर सवाल उठाया था कि हमले से पहले पाकिस्तान को सूचना देने से भारत को कितना नुकसान हुआ? उन्होंने जयशंकर को तंज कसते हुए ‘जयचंद जयशंकर’ तक कह दिया था।

जयशंकर ने परामर्श समिति में बिना नाम लिए जवाब देते हुए कहा कि कुछ लोगों द्वारा भ्रामक बयान देकर देश को गुमराह किया जा रहा है, जबकि सरकार की नीति और सैन्य कार्रवाई पूरी तरह पारदर्शी रही है।

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