
महराजगंज। जिले में नौतनवा ब्लॉक के ग्राम सभा पिपरा में एक बड़ा वित्तीय घोटाला सामने आया है, जहां ग्राम प्रधान और सचिव की मिलीभगत से लाखों रुपये का भुगतान ग्राम प्रधान के भाई की फर्म साबिरिया ईंट उद्योग को किए जाने का मामला उजागर हुआ है। इस भुगतान से जुड़े बिल और बाउचर अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं, जो जांच का विषय बरहाल पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
सोशल मीडिया पर बताया जा रहा है कि जिन बिलों पर भुगतान किया गया है, उन पर ग्राम प्रधान का मोबाइल नंबर दर्ज है, जिससे यह संदेह और भी मजबूत हो गया है कि फर्म का संचालन वास्तव में ग्राम प्रधान या उसके परिवार के सदस्य द्वारा किया जा रहा है। यह मामला स्पष्ट रूप से हितों के टकराव (Conflict of Interest) और सरकारी धन के दुरुपयोग का संकेत देता है।
पंचायती राज अधिनियम के अनुसार, किसी भी जनप्रतिनिधि को अपने परिवार या करीबी रिश्तेदार की फर्म को लाभ पहुंचाना पूरी तरह से गैरकानूनी है। यदि यह सिद्ध होता है कि फर्म प्रधान के भाई की है और बिना किसी वैध निविदा प्रक्रिया के भुगतान हुआ है, तो यह भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है।
जब इस संदर्भ में बीडीओ अमित मिश्रा ने बताया कि कोई जनप्रतिनिधि अपने सम्बन्धित के फर्म से काम नही करा सकता अगर ऐसा हुआ है तो इसकी जांच करा कर रिपोर्ट मांगते है उसके बाद कार्यवाही करते है ।
यह भी पढ़ें – भारत में कोविड के नए वेरिएंट्स की दस्तक : अब नोएडा में सामने आया मामला, 55 वर्षीय महिला पाई गई संक्रमित
https://bhaskardigital.com/new-variants-of-covid-knock-in-india-now-a-case-has-come-up-in-noida-55-year-old-woman-found-infected/